राज्य » राजस्थानPosted at: Dec 24 2021 10:16PM छोटे किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है सहकारिता कृषि- मिश्र
जयपुर 24 दिसम्बर (वार्ता) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि सहकारिता कृषि छोटे किसानों के जीवन में बड़ा और सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
श्री मिश्र आज कृषि विश्वविद्यालय, कोटा के पांचवे दीक्षान्त समारोह के अवसर पर राजभवन से ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सहकारिता कृषि से खेती की लागत में कमी आने के साथ-साथ उत्पादन भी अधिक होता है, जिसका उचित मूल्य भी किसानों को प्राप्त हो पाता है।
उन्होंने कहा कि जमीन और पानी की कमी तथा कृषि उत्पादन के लागत मूल्य में बढ़ोतरी की चुनौती से निपटने के लिए इस दिशा में शोध और नवाचार को प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसान हितैषी योजनाओं के साथ खेती के आधुनिक ज्ञान-विज्ञान के प्रसार के क्षेत्र में कृषि विश्वविद्यालयों को प्रभावी भूमिका निभानी चाहिए।
श्री मिश्र ने कहा कि अभी उपलब्ध जल का अधिकतम उपयोग खेतों में होता है। अन्य क्षेत्रों में जल की जरूरत को पूरा करने के लिए कृषि क्षेत्र में जल प्रबंधन को लेकर गंभीर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि भूजल रिचार्ज पर भी और तेजी से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कृषि प्रबंधन में योग्य एवं तकनीकी रूप से दक्ष युवाओं को तैयार करने पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
श्री मिश्र ने छात्राओं को अधिक स्वर्ण पदक मिलने पर खुशी जताते हुए कहा कि यह कृषि शिक्षा में बेटियों के बढ़ते रुझान का संकेत है। उन्होंने फसलों की आठ नई उन्नत किस्मों एवं 38 नई तकनीकियों के विकास के लिए कृषि विश्वविद्यालय को बधाई दी।
समारोह में कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य विभाग मंत्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि देश का करीब 10 प्रतिशत भूभाग और 6 प्रतिशत जनसंख्या राजस्थान में है, जबकि यहां मात्र एक प्रतिशत सतही जल ही उपलब्ध है। ऐसे में आधुनिक कृषि और नवाचारों के साथ पारम्परिक कृषि का समन्वय बनाए रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण सामने आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए कृषि क्षेत्र को तैयार करने की आवश्यकता है।
रामसिंह
वार्ता