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कोरोना संकट: पंजाब में प्रतिदिन दो लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित

कोरोना संकट: पंजाब में प्रतिदिन दो लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित

चंडीगढ़, 07 अप्रैल (वार्ता) पंजाब में कोरोना के बढ़ते पाजिटिव मामले तथा मृत्यु दर में वृद्धि को देखते हुये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण मुहिम तेज करते हुए प्रतिदिन दो लाख मरीज़ों का टीकाकरण किए जाने के आदेश दिये ।

उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हिदायतें दी हैं कि हरेक पॉजि़टिव मरीज़ के पीछे तीस व्यक्तियों की हद तक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए और सैंपलिंग की संख्या प्रतिदिन 50हजार तक बढ़ाई जाए। कोविड मामलों में मृत्यु दर बढऩे पर चिंता ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने आज यहां कहा कि इनमें से कई मौतें तो वक्त रहते इलाज से टाली जा सकती थीं। उन्होंने मुख्य सचिव विनी महाजन को निर्देश दिए कि एक व्यापक जन चेतना मुहिम चलाई जाए और लोगों को शुरुआती दौर में ही अस्पतालों में जाँच के लिए जाने हेतु प्रेरित किया जाए। अस्पतालों में स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार किए जाने की भी ज़रूरत है और ज़रूरी सुविधाओं वाले मंज़ूरशुदा अस्पतालों की सूची भी सार्वजनिक कर दी जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा टीकाकरण मुहिम के अंतर्गत रोज़ाना लगभग 90 हजार लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं, लेकिन मौजूदा हालात में इसे रोज़ाना दो लाख लोगों तक पहुँचाने की ज़रूरत है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि इस मुहिम को तेज़ करने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएँ, क्योंकि टीकाकरण कोरोना के फैलाव को रोकने का एकमात्र ज़रिया है।

उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार से अपील करेंगे कि वह उन क्षेत्रों में 45 साल से कम उम्र के लोगों को टीका लगवाने की छूट दें, जिन क्षेत्रों में कोविड के पॉजि़टिव मामलों की संख्या सप्ताह में दोगुनी हो रही है। उन्होंने अपनी माँग को दोहराया कि केंद्र सरकार को 18 साल से अधिक उम्र के विद्यार्थियों, अध्यापकों, काउंसलरों, सरपंचों आदि को टीके लगाने की अनुमति देनी चाहिए।

कोविड टीकों की आपूर्ति सम्बन्धी मुख्य सचिव विनी महाजन ने मुख्यमंत्री को बताया कि केंद्र सरकार ने भरोसा दिया है कि राज्य को टीके की आपूर्ति सम्बन्धी किसी किस्म की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य विभाग ने भरोसा दिया कि रोज़ाना की सैंपलिंग बढ़ाकर 50 हजार की जाएगी, जिसमें 35 हजार आरटीपीसीआर और 15 हजार रैपिड एंटीजेन टैस्ट किए जाएंगे। उनको सूचित किया गया कि भारत सरकार की संस्थाएं जैसे कि आई.आई.एस.ई.आर., आई.एम.टैक, एम्स, पी.जी.आई. में रोज़ाना 100 सैंपल लिए जा रहे हैं, जो बहुत कम हैं और यह मामला केंद्र के समक्ष उठाया जा रहा है।

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने मुख्यमंत्री को बताया कि सभी जि़लों में कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही की जा रही है और अब तक सार्वजनिक तौर पर मास्क न पहनने वाले 2.03 लाख लोगों का आरटीपीसीआर टैस्ट किया गया। अब तक 43,000 चालान जारी किए गए हैं और 3.60 करोड़ रुपए का जुर्माना एकत्रित किया गया। इसके अलावा 206 एफआईआर दर्ज की गईं और 246 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया।

शर्मा

वार्ता

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