लंकाशर, 03 जून (वार्ता) पिछले दो महीनों से इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में ग्लैमोर्गन के लिये खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन को उम्मीद है कि यह अनुभव सात जून से भारत के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में उनके काम आयेगा।
लाबुशेन की टीम के कई साथी जहां अप्रैल-मई में भारत में आईपीएल खेल रहे थे, वहीं लाबुशेन ने इस दौरान इंग्लैंड के माहौल में ढलने का प्रयास किया। उन्होंने काउंटी क्रिकेट की अपनी शानदार फॉर्म का सबूत देते हुए आठ पारियों में दो शतकों की मदद से 504 रन बनाये और उन्हें उम्मीद है कि वह डब्ल्यूटीसी फाइनल और उसके बाद होने वाली एशेज़ टेस्ट शृंखला में इस प्रदर्शन को बरकरार रख सकेंगे।
लाबुशेन ने आईसीसी के साथ बातचीत में कहा, "मैं यहां (काउंटी क्रिकेट मे) पिछले पांच सालों से आ रहा हूं। अब यह मेरी आदत का हिस्सा बन गया है। मुझे यहां आना और काउंटी क्रिकेट खेलना पसंद है। मुझे ग्लैमोर्गन की टीम पसंद है।"
उन्होंने कहा, "मैं यहां खेलने का बहुत आनंद लेता हूं इसलिये बार-बार लौटकर आता हूं। यह मेरे लिये अच्छा है कि इस साल (विश्व) टेस्ट चैंपियनशिप पा फाइनल और एशेज़ भी है। उस सीरीज में बढ़ते हुए यह (अनुभव) मेरे लिये फायदेमंद होगा।"
।भारत और ऑस्ट्रेलिया को सात जून से होने वाले खिताबी मुकाबले में लंदन के द ओवल मैदान पर भिड़ना है। एक अनुभवी बल्लेबाज होने के नाते लाबुशेन समझते हैं कि इस अहम मैच में उनके ऊपर रन बनाने की ज़िम्मेदारी होगी।
लाबुशेन ने कहा, "कोई भी ऑस्ट्रेलिया के लिये नंबर तीन पर बल्लेबाजी करेगा तो उसके ऊपर ज़िम्मेदारी होगी ही। मैं जब 2019 में (एशेज़ टेस्ट सीरीज के लिये) यहां आया था जो रन बनाना मेरी जिम्मेदारी थी। अगर मैं ऐसा नहीं करता तो वे मेरी जगह किसी और को ढूंढ लेते।"
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगा कि अब कुछ भी बदला है। हमें रन बनाने की और ज्यादा से ज्यादा मैचों में टीम की जीत में योगदान देने के तरीके खोजने की जरूरत है।"
डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले भारत ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी की थी, जहां लाबुशेन आठ पारियों में सिर्फ एक अर्द्धशतक ही बना सके थे। भारतीय परिस्थितियों में भले ही स्पिनरों ने लाबुशेन को परेशान किया हो, वह जानते हैं कि द ओवल पर उन्हें तेज गेंदबाजों के विरुद्ध सावधान रहना होगा।
लाबुशेन ने कहा, "हमने दो महीने पहले भारत का सामना किया था। उस लिहाज़ से देखें तो मैं उनकी गेंदबाजी और योजनाओं को अच्छी तरह समझता हूं। ड्यूक की गेंद से हालांकि वह अपना कौशल कई गुणा बेहतर तरीके से दिखाने वाले हैं।"
शादाब
वार्ता