नयी दिल्ली, 27 अगस्त (वार्ता) ओलंपिक में भारत की पदक उम्मीदों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिये इस्पात मंत्रालय के तहत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई) के लिये खेल नीति का गठन किया गया है जिसकी शुरूआत सोमवार को केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने यहां एक कार्यक्रम में की।
बीरेंद्र सिंह ने इस खेल नीति को जारी करते हुये कहा,“ हमने अनुभवी खिलाड़ियों के साथ विचार विमर्श कर इस नीति को तैयार किया है। खेल किसी भी देश की प्रगति और अर्थव्यवस्था का आईना होते हैं और हम चाहते हैं कि भारत खेलों में दुनिया के शीर्ष देशों में शुमार हो। इस नीति का लक्ष्य ओलंपिक खेल खासतौर पर 2024 के ओलंपिक हैं।”
इस्पात मंत्री ने कहा,“ आज खेल मनोरंजन नहीं रहे बल्कि उनकी परिभाषा ही बदल गयी है। खेलों में बहुत पैसा आया है जिसका लाभ हजारों खिलाड़ियों को मिल रहा है, उन्हें नौकरियां मिल रही हैं और करियर में नयी संभावनाएं मिल रही हैं।”
उन्होंने सरकार के खेलो इंडिया कार्यक्रम का जिक्र करते हुये कहा,“ खेलो इंडिया कार्यक्रम के अच्छे परिणाम अब सामने आने लगे हैं। हमने भी सीपीएसई के लिये यह खेल नीति तैयार की है और इसपर हम उतना ही काम करेंगे जितना हम अपने प्लांट पर करते हैं। खिलाड़ियों को पूरी सुविधाएं दी जाएंगी जो उनकी पहली जरूरत है।”
बीरेंद्र सिंह ने साथ ही कहा,“ इस नीति को लेकर हम खेल मंत्रालय के सीधे संपर्क में रहेंगे और साथ ही हम इस संस्था को भारतीय ओलंपिक संघ(आईओए) के साथ एक खेल महासंघ के रूप में पंजीकृत भी कराएंगे ताकि यह एक फेडरेशन के तौर पर उसी तरह काम कर सके जिस तरह अन्य फेडरेशन करते हैं।”
इस्पात मंत्रालय के तहत सीपीएसई प्रतिभाओं को तलाशने, स्कॉलरशिप, ट्रेनिंग, कोचिंग, वर्कशॉप, शिविर आदि के लिये जरूरी समर्थन देगा। सीपीएसई विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनाें को आशिंक या पूर्णरूप से प्रायोजित भी करेगा और साथ ही प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को किट भी प्रदान करेगा।
सीपीएसई अपनी एक सर्वाेच्च संस्था एएसबी का गठन करेगा जिसका आईओए के साथ पंजीकरण कराया जाएगा। एएसबी के सदस्यों में सीपीएसई के शीर्ष अधिकारी और जाने माने खिलाड़ी शामिल होंगे। इसका मुख्यालय नयी दिल्ली स्थित होगा। इसके अलावा सीपीएसई खेल नीति के उद्देश्यों को हासिल करने के लिये एक खेल समिति का भी गठन करेगा। प्रत्येक सीपीएसई को दो से तीन खेल आवंटित किये जाएंगे जिसमें उन्हें खिलाड़ियों को तैयार करना होगा।