मखदमपूर/ हस्तिनापुर, 28 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने मंगलवार को यहां गंगा किनारे पूजन और आरती करने के साथ ही गंगा यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत की।
डॉ शर्मा ने इस अवसर पर लोगों से गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि गंगा किनारे जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गंगा नर्सरी बनाई जाएंगी जिससे किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराये जाएंगे।
उन्नत बीजों के साथ खेती करने से किसानों को आर्थिक लाभ होगा और वह मजबूत होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आस्था के साथ-साथ गंगा को गांवों की अर्थव्यवस्था से जोड़ा जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप ग्रामीण विकास में तेजी आएगी।
उन्होंने कहा कि इस गंगा यात्रा का उद्देश्य गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के अलावा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्रों का जीर्णोद्धार भी है।
डॉ शर्मा ने बताया कि गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए 79 बड़े नालों को इसमें गिरने से रोका गया है तथा 25 की प्रक्रिया जारी है ताकि गंगा अविरल बहे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लोगों को मकान भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने गंगा पूजन और आरती करने के बाद नदी में कछुए भी छोड़े। गंगा यात्रा का रथ आज हस्तिनापुर के जम्बू द्वीप मंदिर से हापुड़ के गढ़ मुक्तेश्वर के लिए रवाना हो गया, जहां से रथ अमरोहा होते हुए बुलंदशहर जाएगा।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, राज्य सरकार में मंत्री सुरेश राणा, श्रीकांत शर्मा तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
बारिश के बावजूद बच्चों और महिलाओं समेत ग्रामीणों में गंगा यात्रा को लेकर गज़ब का उत्साह देखा जा रहा है। जगह- जगह स्कूली बच्चे फूल बरसाकर गंगा यात्रा का स्वागत कर रहे हैं।
इससे पहले कल गंगा यात्रा का रथ बिजनौर बैराज से रवाना होने के बाद रामराज (मुजफ्फरनगर) होते हुए मेरठ के हस्तिनापुर पहुंचा था।
गौरतलब है कि गंगा यात्रा का पहला रथ 27 जनवरी को बिजनौर से और दूसरा रथ बलिया से रवाना हो चुका है। इसके बाद 31 जनवरी को दोनों रथ कानपुर पहुंचेंगे। बिजनौर और बलिया से आरंभ होने वाली दोनों ही यात्राओं का समागम कानपुर में 31 जनवरी को होगा। गंगा यात्रा 1358 किलोमीटर की दूरी तय करेगी जिसमें यह 1038 ग्राम पंचायतों, 1650 गांव, 21 नगर निकाय और 27 जनपदों से होकर गुजरेगी।
रवि.श्रवण
वार्ता