जम्मू, 16 फरवरी (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद जम्मू में शुक्रवार को हुई हिंसक झड़पों के मद्देनजर लागू कर्फ्यू लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अफवाहों को रोकने के लिए यहां सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गयी है।
पुलवामा आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवानों के शहीद होने और कई जवानों के घायल होने के बाद शुक्रवार को जम्मू में हुई हिंसक प्रदर्शन और झड़पों के बाद प्रशासन ने यहां कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को यहां 100 से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया और कई वाहनों में आग लगा दी थी।
प्रशासन ने पूरे जिले विशेषकर हिंसा से प्रभावित इलाकों में पाबंदियां दूसरे दिन भी जारी रखने का निर्णय लिया। साथ ही जिला प्रशासन ने गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए कर्फ्यू में किसी प्रकार की ढील नहीं दी है।
जम्मू स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के आग्रह पर सेना के टाइगर डीविजन के 18 कॉलम तथा व्हाईट नाइट कोर से हवाई समर्थन को गुजजर नगर, जानीपुर, शहीदी चौक, तलाब खटिका तथा अन्य इलाकों में तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि सेना के जवानों ने विभिन्न इलाकों में फ्लैग मार्च किये। सेना के हेलीकॉप्टर और यूएवी की मदद से स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। सेना, राज्य पुलिस एवं नागरिक प्रशासन की कोशिश है कि स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रहे।
इस बीच जम्मू मुस्लिम सिविल सोसायटी ने प्रशासन पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाये रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते एहतियाती कदम उठाये गये होते तो क्षति को रोका जा सकता था।
शुक्रवार काे हिंसक झड़पों के दौरान पुलिसकर्मियों समेत नौ लोगों के घायल होने, 100 से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त होने तथा कई को आग के हवाले करने की घटना के बाद जिलाधिकारी रमेश कुमार ने कानून और व्यवस्था बनाये रखने तथा आम लोगों के जीवन एवं संपत्ति की रक्षा के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया था।
जम्मू में पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी को लेकर पिछले चार दिनों से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। कश्मीर जाने वाले कुछ यात्री राजमार्ग के बंद होने के कारण यहां फंसे हुए थे और पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी कर रहे थे। इससे स्थानीय कॉलेज के छात्र उत्तेजित हो गये।
संजय टंडन
वार्ता