लखनऊ, 23 अक्टूबर(वार्ता) समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार उत्तर प्रदेश की सुख शांति को जंगलराज की आग में जलाने को आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर भी बेटियां सुरक्षित नहीं है।
श्री यादव ने शुक्रवार को यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा प्रदेश की सुख-शांति को जंगलराज की आग में जलाना चाहती है। बेटियों के लिए तो भाजपा की सरकार ‘काल‘ बन गयी है। सड़क पर चलना तो दूर अपने घरों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर भी वे सुरक्षित नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ‘मिशन शक्ति‘ का नया राग अलापने लगे हैं। पिंक बूथ बना रहे हैं। इन टोटकों से महिलाओं को कोई राहत नहीं मिलने वाली है। इससे पहले उनका रोमियो स्क्वाड फ्लाप साबित हो चुका है। सत्ता से विदाई की बेला में इन हथकण्डों का परिणाम शून्य ही होगा। जब सत्ता का संरक्षण रहेगा तो इस तरह के कागजी ड्रामें से क्या हासिल होगा।
श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री का दावा है कि उनके रहते अपराधी या तो जेल भेज दिए गए हैं या फिर राम नाम सत्य की राह पर चले जाएंगे। उनके ठोको संदेश के बाद यह उनका दूसरा अमानवीय, अलोकतांत्रिक और विधि के विपरीत निर्देश है। उनके ‘रामराज‘ का ऐसा चमत्कार है कि दो आईपीएस फरार हैं, लम्बे समय से ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। अपराधी बेखौफ मुख्यमंत्री की ठोको नीति को अपनाए हुए हैं, अपहरण, लूट, हत्या की घटनाओं को अंजाम देने में कोई संकोच नहीं हैं। जब पुलिस और अपराधी मिलजुल कर काम करेंगे तो जनता की सुरक्षा का क्या होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा राज में अपराधी तत्वों के हौंसले कितने बढ़े हुए हैं इससे जाहिर है कि शामली में चुनौती देकर दस दिन में दूसरा बिजलीघर लूट लिया गया। बरेली में नफरत की सियासत तले सत्ताधीशों द्वारा थाने में घुसकर तोड़फोड़ और अराजकता की गई।
जौनपुर से लेकर मेरठ तक अपराधियों ने दुष्कर्म की कई घटनाओं को अंजाम दिया। महोबा के पनवाड़ी क्षेत्र में एक 19 वर्षीया नवयुवती, जो एक आरती कार्यक्रम से लौट रही थी, गैंगरेप का शिकार बनी। इटावा में पांच वर्ष की बेटी के सामने मां से दुष्कर्म जसवंतनगर क्षेत्र में किया गया।
भंडारी
वार्ता