खेलPosted at: Aug 31 2019 9:10PM संन्यास का निर्णय वापस लेना यू-टर्न नहीं : रायुडू
हैदराबाद, 31 अगस्त (वार्ता) विश्वकप टीम से नजरअंदाज किए जाने के बाद अचानक ही पिछले महीने क्रिकेट के सभी प्रारुप से संन्यास की घोषणा करने वाले भारत के पूर्व बल्लेबाज अंबाटी रायुडू ने अपना फैसला वापस लेने के बाद सफाई देते हुए कहा है कि संन्यास का निर्णय वापस लेने का मतलब यू-टर्न लेना नहीं है।
रायुडू ने शुक्रवार को हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) को पत्र लिखकर कहा था कि वह हैदराबाद के लिए दोबारा खेलना चाहते हैं। इससे पहले उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले सत्र में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ खेलने की भी इच्छा जाहिर की थी।
रायुडू ने यू-टर्न के मुद्दे पर कहा, “मैंने कनाडा और अन्य देशों में ट्वंटी-20 लीग में खेलने के लुभावने प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। मैंने अपने प्रशंसकों के लिए संन्यास का फैसला वापस लिया है। इसका मतलब यू-टर्न लेना नहीं है। मुझे भरोसा है कि मेरे अंदर अभी काफी क्रिकेट बाकी है। मेरे लिए पहली प्राथमिकता हैदराबाद के लिए बेहतर बल्लेबाजी कर ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की है।”
उल्लेखनीय है कि रायुडू का नाम विश्वकप टीम में अतिरिक्त खिलाड़ी के तौर पर शामिल किया गया था लेकिन शिखर धवन और विजय शंकर के चोटिल होने के बावजूद उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई थी और उनकी जगह रिषभ पंत और मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया था जिसके बाद उन्होंने निराश होकर क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया था।
रायुडू ने विश्वकप टीम में नजरअंदाज किए जाने पर निराशा जतायी थी। उन्होंने कहा, “मैंने विश्वकप के लिए काफी मेहनत की थी। मैंने विश्वकप के लिए टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया था। मैं नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए पूरी तरह फिट था लेकिन मेरा टीम में चयन ना होना मेरे लिए अचंभित करने वाला फैसला था। मेरी इस बारे में टीम के किसी सदस्य से भी बात नहीं हुई थी।”
शोभित, राज
वार्ता