लखनऊ 19 अगस्त (वार्ता) विद्युत नियामक आयोग मंगलवार को उत्तर प्रदेश में बिजली दरों की बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर अंतिम फैसला करेगा।
विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दरों में बढोत्तरी के प्रस्ताव पर राय लेने के लिए राज्य सलाहकार समिति की कल बैठक बुलाई है। ऊर्जा क्षेत्र की सबसे बड़ी संवैधानिक समिति में बिजली कम्पनियों के प्रमुखों के अलावा कृषि, परिवहन, वाणिज्य, विधि, उद्योग, श्रम एवं उपभोक्ता प्रतिनिधियों समेत वरिष्ठ पत्रकार शामिल है। 21 सदस्यीय समिति में लिए गये निर्णय के बाद आयोग टैरिफ पर अपना अन्तिम फैसला देगा।
इससे पहले पिछली 31 जुलाई को घरेलू बिजली दरों में व्यापक बढ़ोत्तरी के मामले में सार्वजनिक सुनवाई बनारस में पूरी कर ली गयी थी, जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने पहली बार बिजली कम्पनियों के बिजली बढ़ोत्तरी प्रस्ताव का विरोध किया था।
कल की बैठक में बिजली विभाग के कर्मचारियों के टैरिफ के बारे में भी निर्णय लिया जायेगा। अभी तक उनको बिना मीटर बिजली मिल रही है।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष एवं राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने सोमवार को कहा कि प्रदेश की बिजली कम्पनियां घरेलू शहरी विद्युत उपभोक्ताओं की दरों में 25 प्रतिशत बढ़ोत्तरी ग्रामीण घरेलू अनमीटर्ड की दरों में भी 25 प्रतिशत, शहरी घरेलू बीपीएल की दरों में 109 प्रतिशत, किसानों की दरों में लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि अन्य विद्युत उपभोक्ताओं की दरों में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि कराने पर आमादा हैं।
उन्होने कहा कि बिजली दर बढ़ोत्तरी को रोकने के लिए परिषद पूरी जान लगा देगा और प्रदेश की आम जनता की भावनाओं को राज्य सलाहकार समिति की बैठक में प्रस्तुत करेगा।
प्रदीप
वार्ता