नयी दिल्ली 20 फरवरी (वार्ता) राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित स्टार पैरा एथलीट दीपा मलिक इस बार टोक्यो पैरालंपिक में हिस्सा नहीं लेंगी।
दीपा ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं शाट पुट और भाला फेंक स्पर्धा में हिस्सा लेती हूं और इस बार के टोक्यो पैरालंपिक में मेरी श्रेणी की कोई स्पर्धा नहीं है इसलिए मैं हिस्सा नहीं लूंगी।”
स्टार पैरा एथलीट ने कहा, “मैंने इस बार भारत की पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाने का बीड़ा उठाया है। उच्च न्यायालय ने पैरालंपिक समिति के चुनाव को अपनी मंजूरी दे दी है और मुझे उस समिति का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है। समिति के पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है।”
दीपा ने व्हीलिंग हैप्पीनेस फाउंडेशन और ऑल इंडिया डेफ आर्ट्स एंड कल्चरल सोसाइटी की ओर से 9वीं मिस एंड मिस्टर डेफ इंडिया, 2020 प्रतियोगिता के आयोजन के अवसर पर यह बात कही।
उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक के संबंध में कहा, “इस बार टोक्यो पैरालंपिक के लिए अब तक हम 38 कोटे हासिल कर चुके हैं। और यह प्रक्रिया मई तक जारी रहेगी।”
दीपा दावा करते हुए कहा कि टोक्यो पैरालंपिक में भारत करीब 10 से 15 पदक जीत सकता है। निशानेबाजी, एथलेटिक्स और तीरंदाजी में सर्वाधिक पदक आने की उम्मीद है।
चार वर्ष बाद अगले पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेने के सवाल पर उन्होंने कहा, “बिलकुल मैं हिस्सा लेना चाहूंगी। यदि ईश्वर की कृपा से मेरी सेहत मेरा साथ देती है तो मैं निश्चित रूप से मैं उसमें हिस्सा लूंगी। खेलों ने ही मुझे वास्तविक पहचान दिलाई है। खेलों के प्रति जुनून से ही मैं अपनी दिव्यांगता को मात दे पाई हूं। किसी न किसी रूप में मैं जीवन भर खेलों से जुड़ी रहना चाहती हूं।”
उन्होंने कहा कि पैरालंपिक समिति खिलाड़ियों के लिए होती है इसलिए हमें इसका खयाल रखना चाहिए।
पैरालंपिक के लिए खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और तैयारियों पर बात करते हुए पद्मश्री से सम्मानित दीपा ने कहा कि जो खिलाड़ी पैरालंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं वो ओलंपिक पोडियम योजना के तहत अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
दीपा ने युवा पैरा एथलीट को हिम्मत नहीं हारने और निरंतर प्रयास करने का संदेश दिया।
दीपा ने रियो पैरालंपिक 2016 और आईपीसी विश्व चैंपियनशिप में शाट पुट स्पर्धा में रजत पदक जीता था। ग्वांगझू 2010 पैराएशियाई खेलों के अलावा जकार्ता 2018 में भाला फेंक स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य बड़े टूर्नामेंटों में भी कई पदक जीते हैं।
रवि,जतिन
वार्ता