खेलPosted at: May 7 2018 5:44PM रक्षा मंत्री पदक से नवाज़ी निशानेबाज प्रिया को चाहिये आर्थिक मदद
लखनऊ, 07 मई (वार्ता) कड़ी मेहनत और पक्के इरादे के साथ दुनिया को फतह करने के मिशन पर निकलने की तैयारी कर रही अचूक निशानेबाज और रक्षा मंत्री पदक से नवाज़ी गयीं प्रिया के रास्ते में गरीबी और तंगहाली कांटा बनकर बिछे हुये है।
मेरठ के एक छोटे से गांव भीष्मनगर की निवासी प्रिया जर्मनी में 21 से 29 जून के बीच होने वाली अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता के लिये देश की टीम में अपनी जगह लगभग पक्की कर चुकी है। इसके बावजूद सुदूर देश में होने वाली चैंपियनशिप में भाग लेने को लेकर अभी असंमजस के हालात है। इसकी मुख्य वजह निशानेबाज के तंग आर्थिक हालात है।
20 साल की प्रिया ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 50 मीटर राइफल प्रोन महिला स्पर्धा में चयन के लिये तीसरे और चौथे ट्रायल में चौथा स्थान हासिल किया और यही उसके सफर में सबसे बड़ा कांटा बन कर बिछा हुआ है। दरअसल, भारत सरकार ट्रायल में सर्वश्रेष्ठ तीन खिलाडियों का खर्च अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिये वहन करती है और इस लिहाज से चौथे स्थान पर रहने वाली मेरठ की खिलाड़ी को इस दौरे में अपना यात्रा खर्च खुद उठाना होगा।
प्रदीप राज
जारी वार्ता