भारतPosted at: Sep 3 2019 11:52PM दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों की स्वास्थ्य संबंधी ‘दिल्ली घोषणा’
नयी दिल्ली, 03 सितम्बर (वार्ता) दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति को लेकर आज यहां ‘दिल्ली घोषणा’ पर हस्ताक्षर कर स्वास्थ्य आपात निधि के शीघ्र क्रियान्वयन की पहल की गयी। इस निधि के लिए भारत ने दो लाख डालर की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय समिति के दो दिवसीय सम्मेलन के आखिरी दिन आज ‘आपात तैयारियों’ से संबंधित विषय पर आयोजित सत्र की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत इस आपात निधि के क्रियान्वयन के लिए उत्सुक है। उन्होंने घोषणा की कि इस निधि के क्रियान्वयन के लिए भारत दो लाख डालर की मदद देगा और इस राशि को जल्द जारी कर दिया जाएगा।
दक्षिण पूर्वी क्षेत्र के 11 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के बाद ‘दिल्ली घोषणा’ पत्र पर हस्ताक्षर किए गए जिसके तहत स्वास्थ्य आपात निधि के क्रियान्वयन को आवश्यक बताया गया। डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि भारत इस निधि के जल्द क्रियान्वयन में सहयोग करेगा।
स्वास्थ्य मंत्रियों के इस सम्मेलन में योग शिविर का भी आयोजन किया गया जिसके बाद सम्मेलन में मौजूद स्वास्थ्य मंत्रियों ने साइकिल की सवारी भी की। डॉ हर्ष वर्धन ने उन्हें बताया कि किस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी है।
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान फोनी तूफान की चेतावनी के बाद इससे निपटने की तैयारियों का जिक्र किया और कहा कि सटीक अनुमान के कारण समय पर 11 लाख से अधिक लोगों को छह हजार से ज्यादा शिविरों में पहुंचाया गया। इसके साथ ही जल भराव के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियों से निपटने की पूरी तैयारी पहले ही कर ली गयी थी और भारत के इस काम की वैश्विक स्तर पर सरहाना हुई।
अभिनव.श्रवण
वार्ता