भिंड, 16 सितंबर (वार्ता) अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम के विरोध में मध्यप्रदेश के भिंड में सांसद भागीरथ प्रसाद को लापता बताकर गुमशुदगी दर्ज करने की मांग की गयी है। सांसद भागीरथ प्रसाद भिंड-दतिया लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधत्व करते हैं और वे कुछ समय से लोगों के संपर्क में नहीं हैं।
कल देर शाम सवर्ण एवं पिछडा वर्ग एकता मोर्चा के लोगों ने भिण्ड-दतिया के सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद को लापता बताकर शहर कोतवाली पुलिस को आवेदन देकर उनकी गुमशुदगी दर्ज किए जाने की मांग की। साथ ही उनकी गुमशुदगी को लेकर शहर में पोस्टर भी चिपकाए जा रहे हैं, जिसमें एक अपील का जिक्र किया गया है कि सांसद डॉ प्रसाद लापता हैं, उनकी सूचना देने वाले को उचित इनाम दिया जाएगा।
अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम में संशोधन किए जाने को लेकर सामान्य एवं पिछडा वर्ग में विरोध बढता ही जा रहा है, जिसके तहत दो सितंबर को सामान्य एवं पिछडा वर्ग के द्वारा सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद को एक कार्यक्रम में काले झंडे दिखा दिए गए थे। इस घटना के बाद से ही सांसद भिंड जिले से बाहर हैं। ऐसे में सामान्य एवं पिछडा वर्ग ने कल अनूठे तरीके से अपना विरोध प्रकट किया है।
सवर्ण एवं पिछडा वर्ग एकता मोर्चा के विनीत शर्मा के नेतृत्व में तमाम युवा शहर कोतवाली पहुंचे। जहां उन्होंने शहर कोतवाली थाना प्रभारी विनोद विनायक करकरे को आवेदन देते हुए सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद की गुमशुदगी दर्ज किए जाने की मांग की।
वहीं जिले के लहार विधायक डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि हमने देखा है कि वास्तव में अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति अधिनियम का विरोध हो रहा है। अधिकांश मामलों में फंसा दिया जाता है, फिर पैसे लेकर राजीनामा होता है। सरकार को चाहिए कि सभी वर्गों को बैठाकर इसका निराकरण करें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जानबूझकर ऐसी स्थिति पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई नहीं चाहता कि कोई निर्दोश फंसे। हम भी न्याय चाहते हैं। आज तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों को बुलाकर किसी से राय नहीं ली।
सवर्ण पिछडा वर्ग एकता मोर्चा के विनीत शर्मा ने बताया कि सांसद भागीरथ प्रसाद को लगातार काफी दिनों से तलाशा जा रहा है, लेकिन वे कहीं नहीं मिल रहे हैं। साथ ही उनके मोबाइल पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। ऐसे में उनकी खोजबीन के लिए जहां शहर कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराए जाने के लिए आवेदन दिया गया है। वहीं शहर में भी उनके पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं, जिसमें उनके बारे में सूचना देने वाले को उचित इनाम देने की बात कही गई है।
सपाक्स भी एट्रोसिटी एक्ट को लेकर अब पूरी तरह से सभी राजनीतिक दलों के सामने खडी हो गई है। सपाक्स की भिंड जिला की कोर कमेटी ने तीन गुणा दो फीट के पोस्टर छपवाएं हैं, जिन्हें शहर के सभी 39 वार्डों में सामान्य एवं पिछडा वर्ग के लोगों के घरों पर लगाया जाएगा, जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि हमारा परिवार एवं मोहल्ला एससी एसटी एक्ट में संशोधन का विरोधी हैं।
सं बघेल
वार्ता