खेलPosted at: Sep 11 2019 7:01PM डीडीसीए की असाधारण बैठक बुलाने की मांग
नयी दिल्ली, 11 सितंबर (वार्ता) दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के सदस्य प्रमोद जैन ने बीसीसीआई का संचालन देख रही प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार राय को पत्र लिखकर मांग की है कि डीडीसीए की असाधारण बैठक बुलाई जाए और उसमें नये संविधान को आम सभा द्वारा पारित किया जाए।
प्रमोद जैन ने प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय तथा सदस्य रवि थोडगे और डायना इडुलजी को पत्र लिखकर उनका ध्यान दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में चल रहे घटनाक्रमों की ओर आकर्षित किया है और कहा है कि सीओए कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को नज़रअंदाज़ कर रहा है।
जैन ने अपने पत्र में अारोप लगाया कि डीडीसीए ने असाधारण बैठक बुलाये बिना और डीडीसीए के सदस्यों से विचार विमर्श किये बिना नये संविधान को पारित कर दिया जिसमें उच्चतम न्यायालय द्वारा स्वीकृत बीसीसीआई के संविधान के विपरीत भारी फेरबदल किये गये हैं। उन्होंने कहा कि डीडीसीए 4300 सदस्यों का मजबूत संगठन है और नये संविधान को केवल आम सभा ही पारित कर सकती है और किसी परिवर्तन के लिये तीन चौथाई बहुमत की जरूरत होती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि डीडीसीए ने ऐसा कुछ भी नहीं किया और आम सभा की मंजूरी लिये बिना ही संविधान को संशोधन के साथ पारित कर दिया। उन्होंने सीओए के सामने सवाल उठाया कि किस तरह डीडीसीए प्रबंधन 4300 सदस्यों के बीसीसीआई प्रतिनिधि चुनने के अधिकार से वंचित कर सकता है। उन्होंने सीओए के सामने मांग उठाई कि डीडीसीए की असाधारण बैठक बुलाई जाए और नये संविधान को आम सभा द्वारा पारित किया जाए।
जैन ने सीओए से यह भी मांग की कि डीडीसीए की अोर से बीसीसीआई प्रतिनिधि को असाधारण बैठक में आम सभा द्वारा ही चुना जाना चाहिये। यदि कोई पदाधिकारी इस्तीफा दे देता है और कानून के हिसाब से पद के लिये अयोग्य हो जाता है तो उस पद के लिये 45 दिनों के अंदर चुनाव कराया जाना चाहिये।
राज प्रीति
वार्ता