मैसूरु, 13 जनवरी (वार्ता) कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारामैया ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर बुधवार को निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में वर्तमान में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा है।
श्री सिद्धारामैया ने यहां संवाददाताओं से कहा, “आप मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद भी कुछ बेहतर की उम्मीद नहीं कर सकते हैं, 34 मंत्रियों को रखने का प्रावधान है और मुख्यमंत्री ने केवल इसका पालन किया है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद भी राज्य की स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा।
तीन कृषि कानूनों पर उच्चतम न्यायालय द्वारा लगाये गये स्थगन का उल्लेख करते हुए श्री सिद्धारामैया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। जब सर्वोच्च न्यायालय ने तीन कृषि कानूनों पर रोक लगायी, तो यह पता चला कि कानून असंवैधानिक थे। अदालत ने कानून के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी है, किसान पिछले 48 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और कोई समाधान नहीं निकला है।
उन्होंने कहा, “जब मैं बोलता हूं तो लोगों को अच्छा नहीं लगता है। मैंने कभी नहीं कहा कि मैंने गोमांस या सुअर का मांस खाया है। अगर खाने का मन होगा तो जरूर खाऊंगा। लोगों की भोजन की आदत को कोई नहीं बदल सकता।”
राज्य में नेतृत्व परिवर्तन पर, श्री सिद्धारमैया ने कहा कि उन्हें जानकारी है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने श्री येदियुरप्पा का इस्तीफा मांगा था, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी देकर शायद उन्होंने उन्हें कुछ समय दिया हो।
यामिनी जितेन्द्र
वार्ता