लखनऊ 20 नवम्बर (वार्ता )उत्तर प्रदेश में लोक आस्था का पर्व छठ आज पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया और व्रती महिला ,पुरूष समेत लोगों ने डूबते सूर्य का अर्घ्य दिया ।
व्रती महिलाये और पुरूष सूर्य के अस्त होने के पहले ही पानी में खड़े हो गये और उनकी पूजा करते हुये अस्त होने का इंतजार करते रहे । अस्त होने के समय लोगों ने भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया । दुनिया का यह ऐसा पर्व है जिसमें डूबते सूर्य की भी पूजा की जाती है ।कल सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चार दिन के इस पर्व का समापन होगा ।
राजधानी लखनऊ में गोमती नदी के घाटों पर लोग आज शाम उमड़ पड़े । सभी घाटों पर व्रती महिलाओं ,पुरूषों तथा अर्घ्य देने वालों की भीड़ थी । घाट पर आने वाले सभी लोगों के लिये मास्क अनिवार्य किया गया था । घाट पर मौजूद पुलिस ने बिना मास्क आये लोगों को रोक दिया ।
यहां तक कि व्रती महिलाये भी घाटों पर मास्क पहन कर आईं। पानी में उतरने के पहले उन्होंने मास्क उतार दिया था । लखनऊ के घाटों पर व्रती महिलाओं के लिये कपड़े बदलने के लिये अलग से व्यवस्था की गई थी । इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का भी पूरा ध्यान रखा गया था ।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर,कुशीनगर,देवरिया,गोरखपुर बलिया ,गाजीपुर समेत अन्य जिलों में भी लोगों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया । खासकर कुशीनगर के तालाब,पोखरों पर खासी भीड़ देखी गई । सभी जगहों पर प्रशासनिक अमला पूरी तरह चुस्त रहा । ज्यादा पानी में उतरने की इजाजत किसी को नहीं दी गई ।
प्रशासनिक अधिकारी नाव से पूरी व्यवस्था का जायजा लेते रहे । लोगों ने भी प्रशासन का पूरा सहयोग दिया ।
चार दिवसीय छठ पर्व की शुरूआत बुधवार को हुई थी ।
विनोद
वार्ता