लखनऊ,14 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह ने गुुरुवार को यहां ऑन लाइन ‘‘बजट मानीटरिंग सिस्टम’’ का शुभारम्भ किया गया।
श्री सिंह ने मुख्यालय 112 पर बताया कि यह प्रदेश पुलिस के लिए विकसित बजट मानीटरिंग सिस्टम वेब आधारित साफ्टवेयर एप्लीकेशन है। यह उत्तर प्रदेश पुलिस की विभिन्न इकाइयों/जिला कार्यालयों द्वारा बजट की मांग करने, आय-व्ययक विवरण उपलब्ध कराने तथा पुलिस मुख्यालय द्वारा विभिन्न इकाइयों/जिला कार्यालयों को बजट आवंटित करने के लिए विकसित किया गया है।
इस अवसर पर उन्होंने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक पीएसी सेक्टर/पीएसी जोन, पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवेज, जनपदीय पुलिस अधीक्षक पीएसी के सेनानायक, पुलिस अधीक्षक रेलवेज अपने-अपने मुख्यालय में स्थित 112 (आरओआइपी) सेवा केन्द्र पर बजट से सम्बन्धित राजपत्रित अधिकारियों एवं आंकिक के साथ ऑन लाइन जुडे रहे, जिनकों पुलिस महानिदेशक द्वारा सम्बोधित किया गया।
श्री सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि वित्तीय प्रबन्धन किसी भी संस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। बजट मानीटरिंग सिस्टम एप्लीकेशन साफ्टवेयर के माध्यम से बजट की त्वरित जानकारी होगी तथा बजट मैनजमेंट में भी यह सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने अधिकारियों से कहाकि रूल्स एण्ड मैनुअल्स की जानकारी करते हुए वित्त प्रबन्धन करें। बजट मानीटरिंग सिस्टम एप्लीकेशन हमे और अधिक आर्गनाइज करेगा। बजट मानीटरिंग सिस्टम के माध्यम से प्रदेश पुलिस की विभिन्न इकाइयों/जिला कार्यालय द्वारा प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए बजट का अनुमान उपलब्ध करा सकेंगे, सामान्य बजट की मांग कर सकेगें, मासिक व्यय का विवरण दर्ज कर सकेंगे तथा आवंटित राशि का विवरण आदि भी देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि बजट मानीटरिंग सिस्टम से बजट के बारे में जानकारी, प्लानिंग व व्यय करने में आसानी होगी।
प्रदेश के पुलिस विभाग में कार्यरत समस्त आंकिक का प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश तकनीकी सेवा में इसी माह आयोजित कर उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगा।
त्यागी
वार्ता