कोलकाता, 23 जून (वार्ता) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री धनखड़ ने टि्वटर पर लिखा, “ राष्ट्र की एकता के लिए बलिदान देने वाले पश्चिम बंगाल के महान सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। “एक देश में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान नहीं चलेगा” का उनका नारा साकार किया जा रहा है।”
राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोलकाता पोत का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोत कर सच्ची श्रद्धांजलि दी।
राज्यपाल ने कहा,“ उनका प्रेरणादायक मार्गदर्शन हम सभी को राष्ट्र प्रेम के प्रति उत्साहित करता है। राष्ट्र को हमेशा सर्वोपरि रखने की उनकी शिक्षा से हमें सीखना चाहिए।”
भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक 23 जून की तारीख को केवल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि के रूप में ही नहीं मनाया जाता बल्कि संविधान के अनुच्छेद-370 को रद्द करने के प्रस्ताव के रूप में भी मनाया जाता रहा है। डॉ मुखर्जी ने अपने प्रत्येक घोषणापत्र में पूरी दृढ़ता के साथ अनुच्छेद-370 को हटाने की वकालत की थी।
पांच अगस्त 2019 काे श्री मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने एक संवैधानिक संशोधन पेश कर जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त कर दिया था। उस समय प्रकाशित कई रिपोर्टों में कहा गया था कि ऐसा कर भाजपा ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार किया है।
गौरतलब है कि पांच अगस्त 2019 काे केन्द्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 और 35ए को निरस्त कर इसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा की थी।
रवि.श्रवण
जारी वार्ता