नयी दिल्ली 02 अक्टूबर (वार्ता) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर बुधवार को विश्व के विभिन्न देशों ने कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी उन्हें याद किया।
गांधी जयंती के मौके पर फिलिस्तीन ने गांधीजी पर स्मारक डाक टिकट जारी किया वहीं नेपाल और श्रीलंका में विशेष समारोहों का आयोजन कर उन्हें याद किया।
फिलिस्तीन के अधिकारियों ने महात्मा गांधी की ‘विरासत एवं मूल्यों’ के सम्मान में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया है। फिलिस्तीनी के दूरसंचार और आईटी मंत्री इशाक सेडर ने मंत्रालय में आयोजित एक समारोह में फिलिस्तीन में भारत के प्रतिनिधि सुनील कुमार की उपस्थिति में डाक टिकट जारी किया। उन्होंने कहा,“फिलिस्तीन ने गांधीजी की स्मृति, विरासत, और मूल्यों के सम्मान में स्मारक डाक टिकट जारी किया और इससे मानवता का मार्गदर्शन जारी रहेगा।”
श्री गुटेरेस ने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका दृष्टिकोण आज भी विश्व भर में प्रासंगिक है तथा संयुक्त राष्ट्र, आपसी समझ, समानता, सतत विकास, युवाओं के सशक्तीकरण और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान करके उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहा है।'
श्री गुटेरेस ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र, आपसी समझ, समानता, सतत विकास, युवा लोगों के सशक्तिकरण और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान करके उनकी दृष्टि को दुनिया भर में आगे बढ़ा रहा है। आज के उग्र समय में हिंसा के कई रूप हैं। महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर मैं सबसे आग्रह करता हूं कि हिंसा को खत्म कर बेहतर भविष्य के निर्माण का प्रयास करें।” वैश्विक समुदाय महात्मा गांधी की जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाता है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसक आंदोलनों का नेतृत्व किया और इसके माध्यम से इतिहास बदल दिया। उनका साहस और दृढ़ विश्वास हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा, “गांधी जी ने जनवरी 1948 में अपनी हत्या से पहले और विभाजन के बाद लगातार ‘हम जो करते हैं और जो हम करने में सक्षम हैं’ उसके बीच की खाई को उजागर किया और इसे पाटने की कोशिश की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा,' मैं इस अंतरराष्ट्रीय दिवस पर हर किसी से इस विभाजन को पाटने के लिए अपने सामर्थ्य के अनुसार कोशिश करने का आग्रह करता हूं, ताकि हम एक बेहतर भविष्य बना सके।'
संजय जितेन्द्र
जारी.वार्ता