रांची 20 फरवरी (वार्ता) सरकार और जनता के बीच बिचौलिया तंत्र को जड़ से समाप्त करने को प्रतिबद्ध झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में डिजिटल क्रांति लाना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है।
श्री दास ने यहां राज्य के 100 चयनित स्वास्थ्य केन्द्रों में टेलीमेडिसिन सेन्टर (डिजिटल डिस्पेंसरी) एवं एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि टेलीमेडिसिन केंद्र गरीबों, वंचितों और शोषित के लिए शुरू किये गये हैं। ऐसे लोगों को इस डिजिटल डिस्पेंसरी की सुविधा निःशुल्क मिलेगी। यह बड़ी क्रांति है। हमें डिजिटल इंडिया, डिजिटल झारखंड बनाना है, फिर वह शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि हो या पेंशन सभी मामलों में राज्य सरकार सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) का इस्तेमाल कर रही है और डीबीटी के माध्यम से योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आज आईटी की ही देन है कि राज्य से बिचौलिए समाप्त हो रहें हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 300 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का संचालन हो रहा है। वर्ष 2022 तक इसका दायरा और भी बढ़ेगा। यह सिर्फ टेलीमेडिसिन की बात नहीं बल्कि मरीज और चिकित्सक के बीच के फासले, शासन और जनता के बीच की खाई को कम किए जाने का माध्यम सरकार आईटी को बना रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का प्रयास है कि जनता और शासन के बीच कोई दूरी ना रहे।
सूरज सतीश
जारी (वार्ता)