दुनियाPosted at: Sep 28 2019 12:00AM राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा
कंपाला, 27 सितंबर (वार्ता) राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) की बैठक के दूसरे दिन सदस्यों ने भारत में युवा बेरोजगारी, दिव्यांग लोगों को सुविधा देना सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में भारतीय संसद के प्रतिनिधिमंडल ने उगांडा के कंपाला में चल रहे 64वें सीपीसी कार्यशाला में भाग लिया।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉक्टर राजीव बिंदल ने कार्यशाला सी में दिव्यांग उम्मीदवारों और विधायक के रूप में दिव्यागं लोगों की सुविधा के लिए संसद की भूमिका पर चर्चा में संबोधन दिया।
सांसद सुश्री अपराजिता सारंगी ने युवा बेरोजगारी के समाधान के मुद्दे पर हुई कार्यशाला डी में भाग लिया। उन्होंने ब्रेकआउट समूह में से एक समूह की ओर से इस विषय पर एक प्रस्ताव भी रखा जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया और अब इसे कल आम सभा में पेश किया जाएगा।
आंध्र प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष मोहम्मद अहमद शरीफ, केरल विधानसभा के अध्यक्ष पी श्रीरामाकृष्णा, गोवा विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर ने भी इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। इनके अलावा उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल और असम की विधायक सुश्री रोसेलिना तिर्की ने भी कार्यशाला में भाग लिया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित कार्यशाला ई के पेनलिस्ट चुने गए जबकि गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र एस त्रिवेदी और अरुणाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष पी डी सोना ने भी इसमें भाग लिया।
भारतीय दल ने कार्यशाला एफ में भी भाग लिया जिसमें संसद में नवाचार- ब्रिटेन के ब्रेक्सजिट से बाहर होने के संभावित प्रभाव पर चर्चा की गयी। राज्यसभा सदस्य रुपा गांगुली ने कार्यशाला जी में भारतीयदल की ओर से मुख्य वक्ता के तौर पर अपने विचार रखे।
कार्यशाला एच में गुजरात विधानसभा अध्यक्ष पेनलिस्ट के तौर पर शामिल हुए जबकि राज्यसभा सदस्य डॉक्टर हनुमनतिया ने भारतीय दल के रुप में इसमें हिस्सा लिया। मिजोरम विधानसभा अध्यक्ष आर सेलो भी इस कार्यशाला में शामिल हुए।
शोभित टंडन
वार्ता