जयपुर 22 मई (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार निरोगी राजस्थान संकल्प के साथ दिव्यांगजन की सेवा और सहायता के लिये अनेक योजनाओं पर काम कर रही है।
श्री गहलोत आज यहां नारायण सेवा संस्थान परिसर में दिव्यांगजन के लिए अत्याधुनिक कृत्रिम अंग वितरण शिविर का उद्घाटन कर रहे थे। जिसमें सौ से अधिक दिव्यांगों को कृत्रिम अंग हाथ-पैर प्रदान किए गए।
श्री गहलोत ने कहा कि देश 2014 में पोलियो मुक्त हो गया था, लेकिन उससे पूर्व के पोलियो ग्रस्त युवाओं के रोजगार एवं जन्मजात विकृति के साथ उत्पन्न बच्चों की चिकित्सा के क्षेत्र में नारायण सेवा संस्थान बेहतर कार्य कर रहा है। पिछले 25 वर्ष में मुझे इनके सहायता कैम्पों में जाने और देखने का अवसर मिलता रहा है। ऐसी संस्थाओं की सहायता के लिए राज्य सरकार हमेशा तैयार है। राज्य में भीषण अकाल के दौरान भी इस संस्थान ने निरन्तर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य किया।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन से मिलने और बातचीत करने से उनके लिए कुछ नया करने की दिशा मिलती है, जिससे काफी सुकून मिलता है। दिव्यांगों को ट्राई साइकिल, व्हील चेयर, स्कूटी एवं अन्य सहायक उपकरण मिलने से उनमें उत्साह और उमंग से जीने की तमन्ना जागती है। मुख्यमंत्री ने उनके चित्र की सजीव रंगोली उकेरने वाली दिव्यांग जया महाजन के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया और उसे राज्य सरकार की ओर से स्कूटी देने की घोषणा की। कार्यक्रम में दोनों पांवों से पोलियो ग्रस्त जगदीश पटेल ने व्हील चेयर पर ‘धन्यवाद जननायक अशोक गहलोत, महंगाई सू राहत दिराई ‘ राजस्थानी गीत पर आकर्षक नृत्य की प्रस्तुित दी।
श्री गहलोत ने दिव्यांगजन के लिये चलाये जा रहे विभिन्न रोजगारोन्मुख प्रशिक्षणों एवं मूक-बधिर बच्चों की विशेष कक्षाओं का भी अवलोकन किया। प्रारंभ में संस्थान संस्थापक पद्मश्री कैलाश ‘मानव‘ ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए अश्वारूढ़ महाराणा प्रताप की प्रतिमा भेट की।
इस दौरान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिह डोटासरा, राजस्व मंत्री रामलाल जाट, जनजाति मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, पूर्व विधायक सज्जन कटारा, धरोहर एवं संरक्षण प्राधिकरण के निदेशक मनोहर लाल गुप्ता, संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा आदि भी मौजूद थे।
रामसिंह
वार्ता