दुशान्बे 24 जून (वार्ता) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक की दौरान अपने रूसी समकक्ष के साथ अफगानिस्तान, हिन्द प्रशांत क्षेत्र और आतंकवाद से मुकाबले एवं सुरक्षा में सहयोग के विषयों पर बातचीत की।
सूत्रों के अनुसार श्री डोभाल ने एससीओ की बैठक के इतर रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोलई पत्रुशेव से अलग से एक लंबी बैठक की। दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया को लेकर जारी प्रयासों पर विचार विमर्श किया। श्री पत्रुशेव की हिन्द प्रशांत क्षेत्र में भारत अमेरिका, जापान एवं आस्ट्रेलिया के चतुष्कोणीय गठजोड़ को लेकर कुछ चिंताओं पर श्री डोभाल ने भारत की स्थिति साफ की।
सूत्रों के अनुसार दक्षिण एशिया में आतंकवाद के खात्मे एवं सुरक्षा संबंधी सहयोग को लेकर श्री डोभाल ने भारत के पक्ष को रखा। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने सुरक्षा के परिदृश्य में भारत एवं रूस तथा उनकी सुरक्षा एजेंसियों के बीच सहयोग के बारे में आगे बातचीत करने का फैसला किया। मौजूदा वातावरण में यह बैठक बहुत अहम मानी जा रही है।
श्री डोभाल ने कल यहां एससीओ की बैठक में भाग लिया जिसमें उन्होंने बीते दो दशकों में अफगानिस्तान में हासिल उपलब्धियों को बचाये रखने और लोगों के कल्याण को शीर्ष प्राथमिकता देने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने एससीओ में अफगानिस्तान पर काॅन्टैक्ट ग्रुप को पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बैठक में हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि सीमापार आतंकवादी हमला करने वालों को कानून के शिकंजे में लाने, संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को लागू करने तथा संयुक्त राष्अ्र में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों एवं व्यक्तियों पर तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है। आतंकवादियों द्वारा नयी तकनीक विशेषकर ड्रोन के प्रयाेग से अवैध हथियारों की तस्करी तथा डार्क वेब, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ब्लॉकचेन एवं सोशल मीडिया के दुरुपयोग की निगरानी एवं इसे रोकने की जरूरत व्यक्त की।
सचिन
वार्ता