राज्य » राजस्थानPosted at: May 11 2019 6:08PM डा़ॅ मीणा के नेतृत्व में अलवर में गिरफ्तारी दी गई
अलवर 11 मई (वार्ता) राजस्थान में अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र के एक गांव में गैंगरेप की घटना के विरोध में राज्यसभा सांसद डॉ़ किरोड़ी लाल मीणा के आव्हान पर सभा में आये लोगों ने पुलिस प्रशासन की लापरवाही पर जबरदस्त आक्रोश जताया तथा गिरफ्तारी दी।
अलवर शहर के रूपबास मैदान में हुई सभा के बाद पुलिस ने सांसद किरोडी लाल मीणा सहित अन्य आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर बाद में सभी को छोड़ दिया। सभा में रूपबास जगन्नाथ मंदिर से कलेक्ट्रेट की ओर पैदल कूच करने का जैसे ही आव्हान किया तो लोग नारेबाजी करते हुए और हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर रूपबास पुलिया की ओर से पैदल चल पड़े। इस दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बलों के जवान भी इस इस जुलूस के साथ चल पड़े। रूपबास फाटक पर विशाल रैली को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया।
गिरफ्तारियां के लिए यहां रूपवास रेलवे फाटक एक तरफ पुलिस के कई वाहन खड़े कर दिए। पुलिस की बस में अनेक महिलाएं गिरफ्तारी देने के लिए सवार हो गई हैं। दूसरी बस में भी काफी संख्या में नागरिक गिरफ्तारी देने के लिए बैठ गए।
इससे पहले सुबह करीब 9:30 बजे होप सर्कस पर अलवर जिला व्यापार महासंघ और सर्व समाज के तत्वावधान में धरना दिया गया । धरना स्थल पर थानागाजी गैंग रेप के आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने, दोषी पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों को गिरफ्तार करने, पीड़िता के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने सहित अन्य मांगों को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तम सिंह शेखावत को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद रूपबास में जगन्नाथ मेला ग्राउंड में सभा का आयोजन किया गया । इस सभा में राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने एलान किया कि यदि समय रहते दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामले दर्ज नहीं किए गए और थानागाजी गैंगरेप मामले की सीबीआई से जांच शुरू नहीं हुई तथा पीड़िता के परिवार को 50 लाख रुपये सहायता प्रदान नहीं की गई तो वे 14 मई को सर्व समाज के हजारों लोगों के साथ दौसा से जयपुर की ओर कूच करेंगे।
डॉ़ मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाया कि उनके इशारे पर ही 26 अप्रैल को हुई थानागाजी की सामूहिक दुष्कर्म की घटना को दबा दिया गया। इस मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने चाहिए और उन्हें भी सजा दी जानी चाहिए।