नयी दिल्ली, 25 मार्च (वार्ता) विदेश से लौटने के बाद भारत में कई लोगों ने खुद को क्वारंटाइन से दूर रखने की कोशिश की है लेकिन पॉवरलिफ्टिंग और बॉडी बिल्डिंग के द्रोणाचार्य अवार्डी भूपेंद्र धवन स्पेन से लौटने के बाद 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रह रहे हैं और उन्होंने इस अनुभव को काफी सुखद बताया है।
द्रोणाचार्य धवन अपनी पत्नी रमेश धवन के साथ इस महीने तीन मार्च को निजी काम से स्पेन गए थे और 14 मार्च को स्वदेश लौटे। स्वदेश लौटते ही उन्हें हवाई अड्डे से सीधे छतरपुर स्थित क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया जहां मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं से वह गदगद हैं और केंद्र सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार को धन्यवाद देते हैं। छतरपुर में एक योग केंद्र को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में बदला गया है और इस सेंटर में करीब 150 लोगों को रखा गया है।
धवन ने कहा, “जो लोग क्वारंटाइन (14 दिन तक अलग-थलग रहना) से घबरा रहे थे मैं उनसे कहना चाहता हूं कि ऐसा कुछ नहीं है और ऐसे सेंटर में आपका और आपके स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। यहां इस सेंटर में हमें टूथब्रश से लेकर कम्बल तक सब कुछ उपलब्ध कराया गया है। मेरे कमरे में टीवी और फ्रीज रखा हुआ है। हमें अपने मोबाइल फोन रखने की अनुमति है ताकि हम अपने परिवार के लोगों और परिचितों से बात कर सकें। हमें दिन में छह बार खाना मिलता है। ऐसी सुविधा तो आपको किसी निजी अस्पताल में भी नहीं मिल सकती है।”
उन्होंने कहा, “यहां डाक्टरों का कहना है कि यदि आप अपने परिचितों से बात करते रहते हैं तो आप मानसिक तनाव में नहीं आते और सामान्य ढंग से अपना समय बिताते हैं। मुझे किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है और विदेश से लौटने के बाद 14 दिन तक अलग-थलग रहने का जो निर्देश है उसका पालन कर रहे हैं।”
द्रोणाचार्य अवार्डी ने कहा, “यहां दिन में दो बार हमारा तापमान चेक किया जाता है। जिन्हें शुगर है उनकी शुगर को भी नियमित रूप से चेक किया जाता है। मेडिकल स्टाफ सभी लोगों का पूरी तरह ध्यान रखते हैं। मैं तो यह तक कहूंगा कि वे अपनी जान पर खेलकर हमारा ध्यान रख रहे हैं और देश की सेवा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “शुरू में जब हम यहां आये थे तो कुछ घबराहट लगी थी लेकिन धीरे-धीरे सब सामान्य होता चला गया और हमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है और हम बहुत आराम से रह रहे हैं। घर पर लोगों से बातचीत होती रहती है इसलिए तनाव जैसी कोई बात नहीं है। 14 दिन बाद हमें घर भेज दिया जाएगा।”
धवन ने कहा, “मैं एक खिलाड़ी हूं और मैंने दुनिया में बहुत सी जगह देखी हैं लेकिन जैसा ध्यान यहां रखा जा रहा है वैसा मैंने कहीं नहीं देखा। मेरी पत्नी आल इंडिया मेडिकल से रिटायर हैं और उन्होंने भी इन सुविधाओं की जमकर तारीफ़ की है। इसके लिए मैं सरकार का दिल से शुक्रगुजार हूं।
राज
वार्ता