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‘फोनी’ के कारण निचले इलाकों को खाली कराने की प्रक्रिया में तेजी

‘फोनी’ के कारण निचले इलाकों को खाली कराने की प्रक्रिया में तेजी

भुवनेश्वर 02 मई (वार्ता) ओडिशा सरकार ने पुरी तट की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान फोनी को देखते हुए तटवर्ती इलाकों की निचली बस्तियों को खाली कराने की प्रक्रिया गुरुवार को और तेज कर दी। फोनी से खतरे की आशंका को भांपते हुए सभी संवेदनशील इलाकों में राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) तथा राज्य आपदा राहत बल के कर्मियों को दमकलकर्मियों के साथ तैनात कर दिया गया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तटवर्ती इलाकों में घरों को खाली करने का अभियान शाम तक पूरा कर लिया जाएगा। तटवर्ती इलाकों में स्थित गांवों, निचले इलाकों तथा संवेदनशील इलाकों से अब तक आठ लाख लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। इन इलाकों में सरकार ने एनडीआरएफ की 28 टीमें, ओडीआरएफ की 20 टीमें और अग्निशमन विभाग की 525 टीमें तैनात की गयी हैं।

मौसम विभाग के सूत्रोें के अनुसार पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बेहद भयंकर चक्रवाती तूफान फाेनी उत्तर-पूर्व की ओर से बढ़ते हुए आज सुबह पुरी से लगभग 430 किलोमीटर दूर पहुंच गया है। पिछले छह घंटे के दौरान सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फोनी अभी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम 260 किमी तथा पश्चिम बंगाल के दीघा से 700 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिमी दूरी पर है।

फोनी के शुक्रवार को दोपहर के बाद ओडिशा के गोपालपुर और चांदबलि के बीच 170-180 से 200 किमी के बीच प्रति घंटे की रफ्तार से तटों पर टकराने की आशंका है।

फोनी तूफान का पता चेन्नई, विशाखापत्तनम और मछलीपत्तनम स्थित डोप्लर मौसम रडारों ने लगाया। जिलों में घर खाली कराने की प्रकिया तेज कर दी गयी है तथा शाम तक विभिन्न स्थानों से करीब 10 लाख लाेगों को सुरक्षित स्थानों तथा 879 चक्रवात आश्रय स्थलों में पहुंचाया जा चुका है।

राज्य सरकार ने विभिन्न जिलों में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 12 वरिष्ठ अधिकारियों तथा भारतीय पुलिस सेवा के 11 वरिष्ठ अधिकारियों को राहत, बचाव और पुनर्वापसी कार्याें की निगरानी करने के लिए तैनात किया है।

सरकार ने फोनी से प्रभावित होने वाले सभी इलाकों में स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का निर्देश जारी किया है। सभी सरकारी कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों, चिकित्सकों तथा गैर चिकित्साकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं तथा अवकाश पर जाने वाले कर्मचारियों को मुख्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है।

सरकार ने फोनी से प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर 17 जिलों को पहले ही सतर्क कर दिया है। फोनी के कल दोपहर बाद पुरी के तट से टकराने तथा अन्य हिस्सों से हाेते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने की आशंका है।

पुरी में विभिन्न स्थानों पर ठहरे हुए पर्यटकाें को शाम तक शहर छोड़ देने काे कहा गया है । राज्य सरकार ने पर्यटकों को पश्चिम बंगाल भेजने के लिए छह बसों की व्यवस्था की है। पूर्व तटीय रेलवे (ईसीओआर) ने हावड़ा, पुरी और विजयनगरम के बीच चलने वाली 103 ट्रेनों के परिचालन पर आज से रोक लगा दी है।

ईसीओआर ने ओडिशा के तटों से फाेनी चक्रवाती तूफान के टकराने की आशंका को देखते हुए पुरी तथा अन्य स्थानों में फंसे पर्यटकों को बाहर निकालने के लिए हावड़ा से पुरी के बीच गुरुवार को तीन विशेष ट्रेनें चलाएगा। ईसीओआर के सूत्रों ने कहा कि पहली ट्रेन पुरी से अपराह्व 12 बजे शालीमार के लिए जाएगी और यह खोर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जाजपुर, क्योंझर, भदरक, बालासोर और खड़गपुर स्टेशनों पर रुकेगी। पुरी के हाेटल मालिकों से पांच मई से पहले कोई कमरा बुक नहीं करने काे भी कहा गया है।

 

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