नयी दिल्ली 04 नवम्बर (वार्ता) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने क्षेत्रीय आर्थिक व्यापक साझेदारी समझौते (आरसीईपी)पर मोदी सरकार को आडे हाथों लेते हुए आज कहा कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी।
श्री गांधी ने एक टि्वट में कहा , “ ‘मेक इन इंडिया’ अब ‘बाय फ्राम चाइना’ बन गया है। प्रत्येक वर्ष हम चीन से हर भारतीय के लिए 6 हजार रूपये का सामान आयात करते हैं। यह 2014 के बाद 100 प्रतिशत बढा है। इस समझौते के बाद भारत में सस्ते सामान की बाढ आ जायेगी जिससे लाखों नौकरी चली जायेंगी और देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा जायेगी। ”
आरसीईपी 16 देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता है जिनमें दस आसियान देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ, मलेशिया, म्यांमार, फिलिपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम और छह एफटीए सहयोगी देश आस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, कोरिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने आरसीईपी पर श्री गांधी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने ही वर्ष 2012 में इस समझौते पर बातचीत की शुरूआत की थी।
संजीव
वार्ता