भिंड, 17 सितम्बर (वार्ता) मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिंड जिले में सर्वधर्म समभाव और सामाजिक समरसता को कायम रखने के लिए एक अनूठी पहल करते हुए गणेशोत्सव के दौरान श्री गणेश की प्रतिमा और मुहर्रम के ताजिए एक ही पंडाले में रखे गए हैं।
शहर के गांधी मार्केट पर की गई यह पहल सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
आयोजन समितियों गणेश उत्सव समिति और राइन कमेटी ने आपसी समन्वय से तय किया गया है कि जब श्रीगणेश की आरती होगी तब ताजियों पर मातमी धुन का वादन नहीं किया जाएगा और जब अलम-अखाडे का प्रदर्शन किया जाएगा तब भक्ति संगीत नहीं गूंजेगा।
हिंदू-मुस्लिम समुदाय के त्योहार एक साथ पड़ने पर अमूमन शासन-प्रशासन चिंतित हो उठता है, इस प्रकार की सभी शंका- कुशंकाओं को भिंड में राइन समाज और गणेश उत्सव समिति ने मिल बैठकर ऐसा सुलझाया कि सब एक-दूसरे की व्यवस्थाओं में घुल मिल गए। पंडाल का पूरा खर्च दोनों आयोजन समितियों ने मिल कर वहन किया है। मोहर्रम का जुलूस 21 सितंबर को निकलने के साथ त्योहार संपन्न हो जाएगा, जबकि गणेश उत्सव 23 तक चलेगा। ऐसे में यहां टेंट, लाइट, डेकोरेशन की व्यवस्थाएं गणेश उत्सव संपन्न होने तक यथावत रहेंगी।