राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jan 14 2020 10:19PM चमकी बुखार से प्रभावित मुजफ्फरपुर के पात्र परिवारों को मिलेगा आवास
पटना 14 जनवरी (वार्ता) बिहार सरकार ने पिछले वर्ष चमकी बुखार (एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम-एईएस) का कहर झेल चुके मुजफ्फरपुर जिले के पांच प्रखंडों के पात्र परिवारों को पक्का आवास देने का फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस आशय का फैसला लिया गया । मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद चौधरी ने बताया कि मुजफ्फरपुर जिले के पांच एईएस प्रभावित प्रखंडों बोचहा, कांटी, मीनापुर, मोतीपुर और मुशहरी के सभी सुयोग्य परिवारों को पक्का आवास का लाभ दिये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में मुजफ्फरपुर और उसके आस-पास के जिले में एईएस से करीब 150 बच्चों की मौत हो गई थी। हालांकि काफी शोध एवं अनुसंधान के बाद भी इस बीमारी के कारण का पता नहीं चल पाया।
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रभावित इलाकों में 'सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण' सर्वे का विश्लेषण कर इस गंभीर बीमारी से बचाव के उपाय ढूंढने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि प्रभावित परिवारों के सामाजिक-आर्थिक अध्ययन के साथ-साथ साफ सफाई के लिहाज से उनके घरों के वातावरण का भी आकलन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पेयजल कहीं गुणवत्ता प्रभावित तो नहीं है। इसकी भी निगरानी जरूरी है।
सर्वे के दौरान यह पाया गया कि चमकी बुखार से पीड़ितों का परिवार एसबेसटस से बने घरों या झोपड़ियों में रहते थे । बिहार सरकार ने इसे देखते हुए आज प्रभावित प्रखंडों के योग्य परिवारों को पक्का आवास का लाभ दिए जाने का फैसला लिया ताकि उनके आस-पास का वातावरण साफ रह सके तथा उन्हें शुरू पेयजल की भी प्राप्ति हो सके।
सूरज शिवा
वार्ता