नयी दिल्ली 20 जुलाई (वार्ता) डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफ़ॉर्म मेडीबडी और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि नयी नौकरी तलाशने वाले कर्मचारी संगठन के कल्याण कार्यक्रमों को अपने निर्णय की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण मानते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार यह बात डिजिटल स्वास्थ्य अपनाने में उल्लेखनीय उछाल और व्यक्तिगत कल्याण समाधानों की बढ़ती मांग को रेखांकित करती है। यह बदलाव इस बात के प्रति बढ़ती जागरूकता को भी दर्शाता है कि कर्मचारी कल्याण कंपनियों के प्रदर्शन को प्रभावित करता है। यह देश में कॉर्पोरेट स्वास्थ्य रणनीतियों में एक परिवर्तनकारी बदलाव का संकेत देता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तकनीकी नवाचारों, एक जीवंत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और सक्रिय सरकारी पहलों के कारण भारत के डिजिटल हेल्थकेयर क्षेत्र में अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है। रिपोर्ट के अनुसार महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, इन कारकों से देश भर में डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों को अपनाने में काफी तेजी आई है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) डेटा एनालिटिक्स और 5जी सहित प्रमुख तकनीकी प्रगति भारत में स्वास्थ्य सेवा की डिलीवरी में क्रांति ला रही है, जिससे व्यक्तिगत देखभाल को सक्षम बनाया जाना संभव हो गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम), एक प्रमुख सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करते हुये दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है।
मेडीबडी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कन्नन ने इस रिपोर्ट को लेकर कहा, “ हम भारतीय स्वास्थ्य सेवा में, विशेष रूप से कॉर्पोरेट सेक्टर में, एक महत्वपूर्ण बदलाव देख रहे हैं। कर्मचारी कल्याण आज एक मुख्य व्यावसायिक रणनीति में विकसित हो चुका है। कर्मचारी कल्याण का परिदृश्य भी तेजी से बदल रहा है, पारंपरिक कल्याण पहल, हालांकि महत्वपूर्ण है, लेकिन अब पर्याप्त नहीं हैं।”
श्री कन्नन ने कहा कि कर्मचारी ऐसे कल्याणकारी कार्यक्रम चाहते हैं, जो उनके परिवार के सदस्यों के साथ ही उनके आश्रितों को भी लाभ पहुंचा सके और जिसमें टेलीकंसल्टेशन जैसे सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवाओं का विकल्प भी उपलब्ध हो।
उन्होंने कहा कि लाभ और डेटा सुरक्षा के बारे में स्पष्ट जानकारी भी महत्वपूर्ण है। नियमित सर्वेक्षण स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को संबोधित करने के साथ ही गंभीर मामलों में आकलन करने की सुविधा भी चाहते हैं।
श्री कन्नन ने कहा कि देश में कॉर्पोरेट वर्कफोर्स की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये तकनीक-संचालित वेलनेस प्लेटफ़ॉर्म उभर रहे हैं, जो पुरानी बीमारियों की रोकथाम करने, समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, उत्पादकता और कार्य संतुष्टि में सुधार लाने के लिये नियमित जांच और स्वस्थ आदतों के साथ निवारक स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता दे रहे हैं।
श्रवण.मनोहर
वार्ता