पटना 07 सितंबर (वार्ता) बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती का मुकाबला करने के लिए पर्यावरण संरक्षण को जीवन शैली का हिस्सा बनना पड़ेगा।
श्री मोदी ने यहां जारी बयान में बताया कि मंगोलिया की राजधानी उलानबटोर में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन ‘पर्यावरण जागरुकता’ विषय पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती का मुकाबला करने के लिए पर्यावरण संरक्षण को जीवन शैली का हिस्सा बनना पड़ेगा। हिन्दू और बौद्ध परपंरा में लोग वृक्ष, जीव-जंतु, पहाड़,नदी की पूजा करते हैं। यही कारण है कि भारत एवं बौद्ध देशों ने पर्यावरण को अन्य संस्कृतियों की तुलना में सबसे कम प्रदूषित किया है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के जलशक्ति अभियान के साथ ही बिहार सरकार भी 02 अक्टूबर से ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान प्रारम्भ करने जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार के सभी पोखर, तालाब, आहर-पाइन को अतिक्रमण मुक्त कर तीन वर्षों में पुनर्जीवित किया जाएगा।
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जारी (वार्ता)