भारतPosted at: Aug 27 2019 10:00PM हर पिछड़े जिले में सामुदायिक रेडियो की स्थापना सरकार की प्राथमिकता : खरे
नयी दिल्ली 27 अगस्त (वार्ता) सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने मंगलवार को कहा कि स्थानीय भाषाओं में सूचनाओं के प्रसार में सामाजिक रेडियो महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और सरकार की प्राथमिकता सभी चिह्नित पिछड़े जिलों में सामुदायिक रेडियो की स्थापना की है।
श्री खरे ने यहां बी.आर. अम्बेदकर भवन में आयोजित सातवें सामुदायिक रेडियो सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर यह बात कही। उन्होंने सामुदायिक रेडियो स्टेशनों पर आधारित एक पोस्टर प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के उत्साह की प्रशंसा की और कहा कि वे देश में सामुदायिक रेडियो आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने सामुदायिक रेडियो के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आपदाओं के वक्त सूचनाओं को तेजी से पहुँचाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इन स्टेशनों और उनके कर्मचारियों की मेहनत से ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव दिखाई पड़ते हैं।
सूचना एवं प्रसारण सचिव ने कहा कि सामुदायिक रेडियो के लिए स्थानीय भाषा में सामग्री की आवश्यकता होती है। सामुदायिक रेडियो स्थानीय स्तर पर इन सूचनाओं का प्रसार करने के लिए हब की भूमिका निभा सकते हैं। देश के प्रत्येक जिले में एक सामुदायिक रेडियो केन्द्र होना चाहिए और हर पिछड़े जिले में सामुदायिक रेडियो की स्थापना को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से आग्रह किया कि वे सामुदायिक रेडियो अपनाने के संदर्भ में ब्रांड एम्बेसेडर की भूमिका निभायें।