जयपुर, 25 सितम्बर (वार्ता) राजस्थान में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत स्वीकृत ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में हर घर नल कनेक्शन..देने की प्रगति के लिए अब डिजिटल डैशबोर्ड का उपयोग किया जाएगा।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने आज जेजेएम की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित वीसी की अध्यक्षता करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग के लिए यह एक ऐसा टूल साबित हो, जिसके जरिए जिला, प्रोजेक्ट एवं सर्किल वार प्रगति को हर स्तर पर देखा जा सके। इसके माध्यम से विभाग द्वारा जेजेएम में तकनीकी स्वीकृति, निविदाएं और कार्यादेश जारी करने के लिए निर्धारित टाइमलाइन और अन्य गतिविधियों पर भी बराबर नजर रखी जाए।
वीसी में इस सॉफ्टवेयर के प्रेजेंटेशन में बताया गया कि इसके जरिए सिंगल सोर्स पर सारी सूचनाएं उपलब्ध होगी, राज्य स्तर के अधिकारियों के साथ ही जिला और प्रोजेक्ट स्तर पर अधिकारियों को ..लॉग इन..सुविधा दी जाएगी, वे अपने स्तर पर इसमें ..डाटा एंट्री.. के लिए जिम्मेदार होंगे तथा स्वयं अपने अधीन जेजेएम परियोजनाओं की प्रगति को देख पाएंगे। आने वाले दिनों में इस टूल के बारे में .ट्रेनिंग सैशंस.. होंगे और हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी।
श्री पंत ने वीसी में प्रोजेक्ट और रेग्यूलर विंग के अधिकारियों से चर्चा करते हुए जेजेएम प्रगति का फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने चार अधिकारियों, जोधपुर एवं सांचौर प्रोजेक्ट सर्किल तथा उदयपुर एवं सवाई माधोपुर के रेग्यूलर विंग के अधीक्षण अभियंताओं के विरुद्ध असंतोषजनक कार्य के कारण अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने जेजेएम के अंतर्गत अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) की अगली बैठक के लिए एजेंडा प्रस्ताव समय पर भिजवाने के भी निर्देश दिए।
रामसिंह
वार्ता