वाराणसी, 20 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश की प्रचीन धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (काशी) में ‘उत्सवी’ माहौल के बीच सोमवार से शुरु हो रहे 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भव्य तरीके से सजे वाराणसी के बड़ालालपुर में 21 से 23 जनवरी तक आयोजित ‘नए भारत के निर्माण में प्रवासी भारतीयों की भूमिका’ विषय पर केंद्रित इस सम्मेलन को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं उनके सहयोगी राज्यमंत्री जनरल वी के सिंह, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण के अलावा युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर,नार्वे के सांसद हिमांशु गुलाटी और न्यूजीलैंड के सांसद कमलजीत सिंह बख्शी मुख्य रुप से संबोधित करेंगे।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पहली बार आयोजित प्रवासी सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री राम नाईक, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर,उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अनेक देशों के मंत्री, सांसद एवं विधायकों के अलावा विभिन्न पेशे से जुड़े करीब आठ हजार गणमान्य लोगों के शामिल होने की संभावना है। सम्मेलन में करीब छह हजार प्रवासी मेहमान समेत करीब आठ हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि वैसे तो प्रवासी भारतीय दिवस नौ जनवरी है लेकिन इससे जुड़ा सम्मेलन 21 से 23 जनवरी के बीच आयोजित किया गया है। इस दौरान कई सत्रों में विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की जाएगी। अगले दिन 24 जनवारी को प्रवासी मेहमान प्रयागराज में कुंभ का दिव्यता एवं भव्यता और 26 जनवरी को दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह के गवाह बनेंगे।