नयी दिल्ली 03 नवंबर (वार्ता) राष्ट्रीय राजधानी में पांच और छह नवंबर को पहला एशियाई बौद्ध शिखर सम्मेलन (एबीएस) का आयोजन किया जाएगा।
सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से किया जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन का विषय 'एशिया को सुदृढ़ बनाने में बुद्ध धम्म की भूमिका' है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी।
संस्कृति मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार शिखर सम्मेलन के माध्यम से पूरे एशिया के विभिन्न बौद्ध परंपराओं के संघ नेताओं, विद्वानों, विशेषज्ञों और चिकित्सकों को एक साथ लाया जाएगा, ताकि संवाद को बढ़ावा दिया जा सके, समझ को बढ़ावा दिया जा सके और बौद्ध समुदाय के सामने आने वाली समकालीन चुनौतियों का समाधान किया जा सके।
गौरतलब है कि बौद्ध धर्म भारत और पूरे एशिया के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक इतिहास में एक अद्वितीय स्थान रखता है।
इस दौरान एशिया को जोड़ने वाले धम्म सेतु (पुल) के रूप में भारत विषय पर एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। यह शिखर सम्मेलन पूरे एशिया में बुद्ध धम्म की विविध अभिव्यक्ति को एक साथ लाने का एक अनूठा अवसर है। संवाद के माध्यम से, समकालीन चुनौतियों का समाधान करते हुए और बौद्ध विरासत को बढ़ावा देने के लिए, शिखर सम्मेलन का उद्देश्य एक ज्यादा उदार, स्थायी एवं शांतिपूर्ण विश्व में योगदान देना है, जो हमें मानवता के व्यापक कल्याण का पूर्ण आश्वासन देता है।
संतोष
वार्ता