गांधीनगर, 01 जून (वार्ता) गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि अहमदाबाद में 8.55 हेक्टेयर में पहला सांस्कृतिक वन निर्माण बनेगा।
श्री रूपाणी की अध्यक्षता में शनिवार को यहां वन विभाग की उच्च स्तरीय बैठक आगामी वन महोत्सव तथा वर्षा ऋतु से पूर्व घनिष्ठ वृक्षारोपण के आयोजन के लिए हुई। राज्य में हरियाली-ग्रीनकवर बढ़ाने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता जतायी। उन्होंने कहा कि राज्य में वन महोत्सव के अंतर्गत 10 करोड़ पौधों का वितरण करने का अभियान चलाया जाएगा। वर्ष 2017 की स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट के अनुसार राज्य में फॉरेस्ट कवर और ट्री कवर मिलाकर 11.61 फीसदी है और इस प्रतिशत को बढ़ाया जाना चाहिए। जितने वृक्ष कटते हैं उनके एवज में दोगुने वृक्ष लगाकर ग्रीनकवर बढ़ाने के भी उन्होंने निर्देश दिए। श्री रूपाणी ने कहा कि ऐसे वनाच्छादित क्षेत्र के जतन की जिम्मेदारी वन अधिकारियों को सौंपी जाए और जिम्मेदारी- जवाबदेही तय हो, ऐसी कार्य व्यवस्था बनाने की आवश्यकता है। वन महोत्सव के अंतर्गत वृक्षों के पौधे वितरण और बुवाई का जिला- तहसील और ग्राम्य स्तर तक माइक्रोप्लानिंग वन विभाग करे।
वन मंत्री गणपतभाई वसावा, गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा, वन राज्य मंत्री रमणभाई पाटकर और मुख्य सचिव डॉ. जे.एन.सिंह, वन एवं पर्यावरण अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजीव कुमार गुप्ता सहित वरिष्ठ वन अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे।
श्री रूपाणी ने निर्देश दिया कि राज्य में वन महोत्सव के तहत अब तक जिन विभिन्न स्थलों पर 18 सांस्कृतिक वनों का निर्माण हुआ है, उन वनों के संरक्षण, सुशोभन, जतन-संवर्धन के लिए वन विभाग के अधिकारी मेनपावर प्लानिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं करें। बैठक में राज्य का आगामी 70वां राज्य स्तरीय वन महोत्सव के अंतर्गत अहमदाबाद के ओढव में आयोजित होगा। मुख्यमंत्री द्वारा ओढव के जड़ेश्वर में 8.55 हेक्टेयर में अहमदाबाद जिले का प्रथम सांस्कृतिक वन निर्माण बनेगा। यह सांस्कृतिक वन भी पर्यटन- प्रकृतिप्रेमियों के आकर्षण का केन्द्र बने, ऐसी सुविधाएं, फूल-फल और पौधों की बुवाई को मुख्यमंत्री ने वन विभाग को निर्देश दिये। 70 वें वन महोत्सव के दौरान इस वर्ष 33 जिला केन्द्रों, 8 महानगरों और 250 तहसील केन्द्रों सहित 5020 गांवों में वन महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इस बैठक में इससे सम्बन्धित प्रजेंटेशन भी किया गया।