Friday, Mar 29 2024 | Time 06:22 Hrs(IST)
image
India


आम आदमी की सेहत के लिए पहला ‘ग्रीन पब्लिक हेल्थ कॉन्फ्रेंस’

आम आदमी की सेहत के लिए पहला ‘ग्रीन पब्लिक हेल्थ कॉन्फ्रेंस’

नयी दिल्ली, 28 फरवरी (वार्ता) पर्यावरण को ठीक कर योग के जरिए आम आदमी की सेहत को ठीक करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में पहला पब्लिक हेल्थ कॉन्फ्रेंस कल से दो मार्च तक होगा जो पूरी तरह ग्रीन सम्मेलन होगा। इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन करेंगे।
एम्स के निदेशक प्रोफेसर रणदीप गुलेरिया ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि सम्मेलन में करीब 1500 प्रतिनिधि भाग लेंगे और विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम क्षेत्रपाल सिंह मुख्य भाषण देंगी। सम्मेलन का आयोजन एम्स के सामुदायिक उपचार केंद्र और भारतीय पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन ने किया है। एसोसिएशन की महासचिव डॉ संघमित्रा घोष भी सम्मेलन को सम्बोधित करेंगी। यह पहला अवसर होगा जब एम्स में एसोसिएशन का 64 वां वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन की खास बात यह है कि यह देश का संभवतः पहला ग्रीन सम्मेलन होगा जिसमें भाग लेने वाले प्रतिनिधि होटल से कार की बजाय मेट्रो से आएंगे और इसमें प्लास्टिक की बोतलों का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। सम्मेलन में लंच और डिनर के बचे खाने एवं नैपकिन तक को रीसाइिकल किया जाएगा। योग पर कार्यशालाएं होंगी। यमुना स्वच्छता अभियान भी शुरू होगा। सम्मेलन से पहले कल यमुना के किनारे कालिंदी के पास दो हज़ार पौधे भी लगाए गये ताकि दिल्ली का पर्यावरण ठीक किया जा सके।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन में एनीमिया मुक्त भारत, 2030 तक एड्स मुक्त भारत और आयुष्मान भारत एवं यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज पर विशेष चर्चा होगी।
एम्स में कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर और इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ संजय राय ने बताया कि ग्रीन सम्मेलन से तीन दिवसीय सम्मेलन में 80 हज़ार से एक तक तक प्लास्टिक की बोतलें बचाई जा सकेंगी। इस तरह देश के हर कॉन्फ्रेंस में प्लास्टिक का इस्तेमाल न हो तो पर्यावरण को काफी हद तक सुधारा जाएगा क्योंकि कई रोगों के पीछे प्रदूषित पर्यावरण भी एक कारण है। इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन की स्थापना 27 सितंबर 1956 को हुई थी और उससे दो दिन पहले एम्स की भी स्थापना हुई थी, तभी से यह संस्था हर साल वार्षिक सम्मेलन करती रही है और पहली बार यह एम्स में हो रहा है।
अरविन्द.श्रवण
वार्ता

More News
प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने, संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है: खड़गे

प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने, संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है: खड़गे

28 Mar 2024 | 11:35 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कांग्रेस प्रधानमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने और संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है।

see more..
सीएए पर सीख देने वालों को खारिज करने की आवश्यकता: धनखड़

सीएए पर सीख देने वालों को खारिज करने की आवश्यकता: धनखड़

28 Mar 2024 | 10:18 PM

नयी दिल्ली 28 मार्च (वार्ता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नागरिकता संशोधन अधिनियम पर सीख देने वालों को खारिज करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि इन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है।

see more..
युवाओं का सशक्तिकरण करके राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित मोदी सरकार: अनुराग ठाकुर

युवाओं का सशक्तिकरण करके राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित मोदी सरकार: अनुराग ठाकुर

28 Mar 2024 | 9:08 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री, श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने युवाओं के सशक्तिकरण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की बात की है। इसके अलावा श्री अनुराग ठाकुर ने अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में स्वयं द्वारा चलाए जा रहे युवा केंद्रित कार्यक्रमों की भी जानकारी दी।

see more..
दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने की हो रही कोशिश: सौरभ भारद्वाज

दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने की हो रही कोशिश: सौरभ भारद्वाज

28 Mar 2024 | 8:18 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली और पंजाब में पार्टी को तोड़ने के लिए और सरकार को गिराने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपना रही है।

see more..
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को 600 अधिवक्ताओं की चिट्ठी, 'निहित स्वार्थी समूहों' से बचाने का अनुरोध

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को 600 अधिवक्ताओं की चिट्ठी, 'निहित स्वार्थी समूहों' से बचाने का अनुरोध

28 Mar 2024 | 8:11 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) न्यायपालिका पर दबाव बनाने, न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने, तुच्छ तर्क और पुराने राजनीतिक उद्देश्य के आधार पर अदालतों को कथित तौर पर बदनाम करने वाले 'निहित स्वार्थी समूहों' के खिलाफ करीब 600 अधिवक्ताओं ने आवाज उठाई है।

see more..
image