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पहली बार बिना सब्सिडी के सबसे ज्यादा मुस्लिम इस बार हज यात्रा करेंगे : नकवी

पहली बार बिना सब्सिडी के सबसे ज्यादा मुस्लिम इस बार हज यात्रा करेंगे : नकवी

मुंबई 22 अप्रैल(वार्ता) केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहां कहा कि

आजादी के बाद पहली बार बिना सब्सिडी के सबसे ज्यादा भारतीय मुस्लिम 2018 में हज यात्रा करेंगे।

श्री नकवी ने देश भर से आये हज 'खादिम-उल-हुज्जाज' के ट्रेनिंग कैंप में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी

के नेतृत्व वाली सरकार लगातार दूसरे साल भी भारत के हज कोटे में बढ़ोतरी कराने में सफल हुई है और आजादी के

बाद पहली बार भारत से रिकॉर्ड 1,75,025 हाजी हज 2018 के लिए जायेंगे।

इस वर्ष हज के लिए कुल 355604 आवेदन प्राप्त हुए। जिनमे 189217 पुरुष और 166387 महिलाएं शामिल

हैं।

इस वर्ष हज पर कुल 1,28,002 हाजी हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से जाएंगे जिनमे लगभग 47

प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा बिना 'मेहरम' के हज पर 1308 महिलाएं जा रही हैं। इसके अलावा

निजी टूर ऑपरेटरों के माध्यम से 47,023 हाजी हज पर जायेंगे।

अहमदाबाद से 6700, औरंगाबाद से 350, बेंगलुरु से 5550, भोपाल से 254, कोचीन से 11700,

चेन्नई से 4000, दिल्ली से 19000, गया से 5140, गोवा से 450, गुवाहाटी से 2950, हैदराबाद से

7600, जयपुर से 5500, कोलकाता से 11610, लखनऊ से 14500, मंगलौर से 430, मुंबई से 14200,

नागपुर से 2800, रांची से 2100, श्रीनगर से 8950, वाराणसी से 3250 हाजी जायेंगे।

2017 में 124852 हाजियों के लिए 1030 करोड़ रुपए एयरलाइन्स कंपनियों को हवाई किराये के

रूप में दिए गए थे जबकि 2018 में 1,28,002 हाजियों के लिए 973 करोड रुपए दिए जायेंगे जो पिछले

वर्ष के मुकाबले 57 करोड़ रुपए कम है।

श्री नकवी ने कहा कि वह सीधे पूरी व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर

रहे थे और सामान्य समय में अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा की कीमत एवं हज यात्रा के समय बढ़ी कीमत के

आंकलन और ब्योरे के साथ मंत्रालय के अधिकारी एयरलाइन्स कंपनियों से बातचीत कर रहे थे, जिसके

नतीजे में इस वर्ष हज यात्रा की हवाई कीमत में रिकॉर्ड गिरावट हुई है।

श्री नकवी ने ट्रेनिंग कैंप में कहा कि हज प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन, डिजिटल करने से हज प्रक्रिया

को पारदर्शी एवं हाजियों के लिए सुलभ बनाने में मदद मिली है।

श्री नकवी ने कहा कि भारत से पानी के जहाज के द्वारा हज यात्रा को भी सऊदी अरब की सरकार ने हरी झंडी

दे दी है और दोनों देशों के सबंधित अधिकारी आवश्यक औपचारिकताओं व तकनीकी पहलुओं पर काम कर रहे हैं

ताकि आने वाले वर्षों में हज यात्रा को पानी के जहाज से भी दोबारा शुरू किया जा सके।

श्री नकवी ने कहा कि पहली बार हज यात्रियों को अपने मूल इम्बार्केशन पॉइंट के अलावा किसी एक अन्य

इम्बार्केशन पॉइंट से भी जाने की सुविधा दी गई है जिसके उत्साहवर्धक नतीजे आए हैं। भारत से पहली बार मुस्लिम

महिलाएं बिना 'मेहरम' (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाएंगी। 1308 महिलाओं ने बिना 'मेहरम' हज पर जाने के लिए

आवेदन किया है और इन सभी को लॉटरी सिस्टम से बाहर रख कर हज पर जाने की व्यवस्था की गई है।

'खादिम-उल-हुज्जाज' के ट्रेनिंग कैंप में सभी राज्यों से 623 'खादिम-उल-हुज्जाज' शामिल हुए। इन्हे हज

कमेटी ऑफ इंडिया, वृहन मुंबई महानगर पालिका, डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसियों के अधिकारियों एवं डॉक्टरों ने हज

से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं, मक्का-मदीना में हाजियों के आवास, यातायात, स्वास्थ्य, सुरक्षा से सम्बंधित

मुद्दों की जानकारी दी। पहली बार महिला हाजियों की सुविधाओं की देख रेख के लिए महिला हज असिस्टेंट की

नियुक्ति की गई है। इनमे महिला कोऑर्डिनेटर भी शामिल हैं।

इस अवसर पर जेद्दाह में भारत के कॉन्सुल जनरल मोहम्मद नूर रहमान शेख, हज कमेटी ऑफ इंडिया के

अध्यक्ष चौधरी मेहबूब अली कैसर, कमेटी के सदस्य एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

नीरज

वार्ता

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