नयी दिल्ली, 15 अगस्त (वार्ता) वर्ष 2016 की विश्व चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता सोनिया लाठर पहली बार एशियाई खेलों में उतरने जा रही हैं लेकिन उन्हें भरोसा है कि वह पदक जीतने में कामयाब होंगी।
भारत के 10 मुक्केबाज इंडोनेशिया में 18वें एशियाई खेलों में हिस्सा लेंगे जिनमें तीन महिला मुक्केबाज शामिल हैं। 57 किलोग्राम भारवर्ग की मुक्केबाज सोनिया अपने प्रदर्शन को लेकर काफी आश्वस्त हैं। सोनिया ने कहा कि वह पहली बार एशियाई खेलों में हिस्सा लेने जा रही हैं और खुद से काफी उम्मीदें रखती हैं। सोनिया के मुताबिक उनके अलावा अन्य दो महिला मुक्केबाज भी पहली बार एशियाई खेलो में खेलेंगी और वे भी आत्मविश्वास से भरी हुई हैं।
सोनिया ने कहा, “मेरी तरह वे दो भी अच्छी तरह तैयार हैं। मंगोलिया और रूस दौरे पर हमने टॉप मुक्केबाजों के साथ भिड़ंत की और इससे हमें काफी फायदा हुआ। हम इस दौरान उजबेकिस्तान, कजाकिस्तान, चीनी ताइपे, जापान और हांगकांग की मुक्केबाजों से भिड़ीं। हमारे कोच (रफाएल) ने हमारे साथ काफी मेहनत की है और अलग-अलग रणनीति बनाई है। हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं। हम स्वर्ण का लक्ष्य लेकर चल रही हैं और इसके लिए अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगी।”
महिला टीम के कोच रफाएल बेर्गामोस्को ने कहा कि भारतीय टीम के पदक जीतने के काफी अच्छे मौके हैं।
पिछले एशियाई खेलों में भारत ने मुक्केबाजी में पांच पदक जीते थे जिनमें भारतीय मुक्केबाजी की लौह महिला एमसी मैरीकॉम का स्वर्ण पदक तथा एल सरिता देवी और पूजा रानी का कांस्य पदक शामिल था।