सीकर 23 मार्च (वार्ता) राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना बाईपास पर हुई लूट की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब साढ़े चार किलोग्राम सोना बरामद किया है।
पुलिस महानिरीक्षक जयपुर रेंज एस सेंगाथिर ने आज यहां पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि नीमकाथाना बाईपास पर गत सात मार्च को हुई लूट की वारदात के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से लगभग चार किलो तीन सौ ग्राम सोना बरामद किया है जो सऊदी अरब से तस्करी कर लाया गया था। वारदात में प्रयुक्त तीन गाड़िया कैम्पर, ब्रेजा एवं स्वीफ्ट एवं 315 बोर का एक तमंचा भी बरामद किया गया है।
श्री सेंगाथिर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में नागौर जिले में लाडनूं थाना क्षेत्र के तितरी निवासी चैन सिंह (27), डीडवाना थाना क्षेत्र के कोलिया निवासी इकबाल उर्फ भाणू खॉ (32), सीकर जिले में रानोली निवासी विजय कुमार उर्फ बिज्जू (33), नीमकाथाना सदर थाना क्षेत्र में ढ़ाणी खुडालिया तन डेहराजोहडी गुहाला निवासी जवान सिंह उर्फ रामस्वरूप (31) तथा नीमकाथाना सदर थाना क्षेत्र के चला निवासी बलराम मील (27) शामिल है।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि लूट में कैरीयर इरफान एवं वली मोहम्मद द्वारा सऊदी अरब से लाया हुआ करीब पांच किलो सोना भी था, जिसका उल्लेख प्रथम सूचना रिपोर्ट में नहीं है। इस पर विभिन्न टीमें बनाकर एवं सूचनाएं एकत्रित कर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि यह भी सामने आया है कि गांव शेरानी आबाद के शेर मोहम्मद एवं उसका साथी अब्दुल गनी एवं लाल मोहम्मद सऊदी अरब से कैरीयरों के माध्यम से सोना तस्करी कर मंगवाते थे। इसके लिए सऊदी अरब में सोने को पिघलाकर विभिन्न रूपों में ढ़ाल कर पारे से सोने का रंग एल्मूनियम जैसा कर देते है। इसके बाद विभिन्न आकार में तैयार सोने के टुकडों को इलेक्ट्रोनिकस/इलेक्ट्रीकल उपकरणों का भाग बनाकर भारत लाते हैं।
इरफान एवं बली मोहम्मद निवासी बिदासर जिला चूरू सऊदी अरब से सात स्पीकर एवं एक इलेक्ट्रीक प्रेस में करीब पांच किलो सोना छुपाकर लाये थे। इन लोगों को लेने के लिए शेर मोहम्मद द्वारा सुल्तान एवं उसके भाई इरफान निवासी शेरानी आबाद को मय गाड़ी दिल्ली भेजा इसकी जानकारी उसके विरोधी लाल मोहम्मद निवासी शेरानी आबाद (हाल सऊदी अरब) को होने पर उसने जरिये ईमो कॉल अपने ड्राईवर चैनसिंह को दी और इस लूट को अंजाम दिया गया।
इसमें इरफान एवं वली मोहम्मद की भी मिली भगत सामने आई है, जिस पर चैन सिंह, इकबाल, विजय कुमार उर्फ बिज्जू, जवानसिंह उर्फ रामस्वरूप एवं बलराम तथा तीन अन्य ने मिलकर इनको लूटने की योजना बनायी थी।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि शेरानी आबाद के लाल मोहम्मद एवं शेर मोहम्मद में वर्चस्व की लडाई है और करीब डेड साल पहले लाल मोहम्मद के माल की लूट हुई थी जिसका शक शेर मोहम्मद पर किया था और गत जनवरी में भी लाल मोहम्मद का कैरीयर माल के साथ दिल्ली से निर्धारित गाडी में ना आकर अन्य गाड़ी में बैठकर चला गया था जिसे लाल मोहम्मद ने अपहरण कर माल बरामद किया था। इस बारे में खुनखुना थाने में मुकदमा दर्ज हुआ और इसमें लाल मोहम्मद, चैनसिंह, मोहम्मद अली, अली मोहम्मद एवं अब्दुल हकीम का चालान हुआ था। इसी रंजीश के चलते लाल मोहम्मद ने यह वारदात कराई।
आरोपियों ने पूछताछ में यह भी खुलासा किया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर लाल मोहम्मद एवं शेर मोहम्मद की पहचान होने के कारण माल की ज्यादा जांच पडताल नहीं होती है। मामले में जांच जारी है।
उल्लेखनीय है कि गत सात मार्च को अपराह्न करीब चार बजे नीमकाथाना बाईपास पर बने रेलवे अन्डरपास के नीचे आरोपियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था तथा इरफान को उसे लेने आई स्कॉर्पियों गाड़ी सहित अपरहण कर लिया था। बाद में नाकाबंदी कराकर तलाशने पर हांसनाला मंदिर के पास रात में स्कॉर्पियो गाड़ी एवं इरफान मिल गये लेकिन आरोपी गाड़ी से सामान लेकर फरार हो गये।