चंडीगढ़, 06 सितंबर(वार्ता) हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने कहा है कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए विश्वस्तरीय पांच खेलों को नकद पुरस्कार राशि नीति में शामिल किया गया है ।
विज ने गुरूवार को यहां कहा कि युवा, जूनियर और सब-जूनियर प्रतियोगिताओं के खिलाडिय़ों के लिए नकद पुरस्कार राशि शुरू की गयी है। इससे विद्यालय तथा विश्वविद्यालयों के खिलाडिय़ों को लाभ होगा। विद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्तर पर होने वाली खेलो इंडिया प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने पर 50 हजार, रजत पदक के लिए 30 हजार और कांस्य पदक के लिए 20 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
उनके अनुसार बधिर ओलपिंक खेलों में स्वर्ण पदक के लिए 1.20 करोड़, रजत पदक के लिए 80 लाख, कांस्य पदक के लिए 40 लाख तथा प्रतिभागी को 2.5 लाख तथा आईबीएसए विश्व स्तरीय खेलों व विशेष ओलपिंक खेलों में स्वर्ण पदक के लिए 20 लाख, रजत पदक के लिए 15 लाख, कांस्य पदक के लिए 10 लाख व प्रतिभागी को 2 लाख तथा इसी प्रकार चार साल में होने वाली नेत्रहीन क्रिकेट विश्व कप के स्वर्ण पदक के लिए 5 लाख, रजत पदक के लिए 3 लाख, कांस्य के लिए 2 लाख व प्रतिभागी को एक लाख रुपये दिए जाएंगे। विश्वकप प्रतियोगिता पैरा विश्व खेल, पैरा विश्व प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक के लिए 10 लाख, रजत पदक के लिए 7.5 लाख तथा कास्ंय पदक विजेता को 5 लाख रुपये दिए जाएंगे।
खेल मंत्री ने बताया कि युवा, जूनियर व सब-जूनियर प्रतियोगिताओं के खिलाडिय़ों को युवा ओलपिंक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता की राशि 10 लाख से बढ़ाकर 2 करोड़ रुपये, रजत पदक की पुरस्कार राशि 7.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.25 करोड़ रुपये, कांस्य पदक की पुरस्कार राशि 5 लाख से बढ़ाकर 80 लाख रुपये तथा प्रतिभागी को शून्य से बढ़ाकर पांच लाख रुपये दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि युवा एशियन खेलों में स्वर्ण पदक के लिए सात लाख से बढ़ाकर एक करोड़, रजत पदक के लिए 5 लाख से बढ़ाकर 50 लाख, कांस्य पदक के लिए 3 लाख से बढ़ाकर 25 लाख व प्रतिभागी के लिए शून्य से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये दिए जाएंगे। नीति में कई आवश्यक बातें जोड़ी गई हैं जिनसे खिलाड़ियों को प्राेत्साहन मिलेगा ।