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कर्नाटक में बाढ़ की स्थिति गंभीर, मृतकों की संख्या 11 हुई

कर्नाटक में बाढ़ की स्थिति गंभीर, मृतकों की संख्या 11 हुई

बेंगलुरु, 08 अगस्त (वार्ता) कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति गंभीर बनी हुई है और पिछले दो सप्ताहके दौरान बाढ़ जनित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है।

राज्य के 30 में से 15 जिले बाढ़ की गिरफ्त में हैं जहां सामान्य जन जीवन प्रभावित है।

महाराष्ट्र और कर्नाटक के विभिन्न बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण राज्य में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है।

राज्य के कई जगहों पर भूस्खलन और पेड़ों के गिरने से सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित है। उत्तर कर्नाटक के कई हिस्सों और पश्चिमी घाट के अंतर्गत आने वाले जिलों में लगातार बारिश हो रही है।

बेलगावाी जिले के गोकक शहर में बाढ़ का पानी घुस गया है। उत्तर कर्नाटक के नियाग्रा जल-प्रपात माने जाने वाले गोकक जलप्रपात में पानी का स्तर बहुत बढ़ गया है। राज्य के कई जिलों में लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं और उन्हें पुनर्वास केंद्रों में सुरक्षित पहुंचाने के प्रयास जारी हैं।

अथानी तालुक के 21 से अधिक गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़-प्रभावित गांवों में मवेशियों की हालत बहुत खराब है। उन्हें खुले स्थानों पर पेड़ से बांध दिया गया है जहां वे बारिश में लगातार भींगने के लिए मजबूर हैं।

यादगीर, बेगालकोट, बेलागावी, रायचूर, वीजापुर जिलों समेत पूरे उत्तर कनार्टक में बाढ़ की वजह से स्थिति बहुत गंभीर है। मदीकेरी और विराजपेट को जोड़ने वाले एक पुल पर बाढ़ का पानी बह रहा है जिसके कारण दोनों शहरों के बीच यातायात बाधित हो गया है। बाढ़ और बारिश के कारण व्यावसायिक प्रतिष्ठानें और बाजार पूरी तरह से बंद हैं और लोगों को अपने-अपने घरों के अंदर ही रहना पड़ रहा है।

चारमाडी घाट सेक्शन में चार स्थानों पर भूस्खलन होने की सूचना है जिसकी वजह से अधिकारियों ने वाहनों की आवाजाही स्थगित कर दी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के कोयना जलाशय से और पानी के छोड़े जाने की आशंका है जिसकी वजह से उत्तर कर्नाटक में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है।

राज्य के बाढ़-प्रभावित क्षेत्राें में स्कूल और कॉलेजों को 10 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीईटी शुल्क के भुगतान की तिथि भी बढ़ा दी गई है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने मौजूदा स्थिति पर अधिकारियों के साथ चर्चा की है। उन्होंने बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित जिले बेलगावी का दौरा किया और वह अगले तीन दिनों के दौरान वह अन्य प्रभावित जिलों की यात्रा भी करेंगे। उन्होंने कहा है कि बाढ़ जनित घटनाओं में मरने वाले लोगों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।

जिला अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और पुलों को पार न करने की सलाह दी है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दमकल कर्मियों के साथ-साथ कुछ गैर-सरकारी संगठन लोगों को बाढ़ प्रभावित स्थलों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए दिन-रात कड़ी मशक्कत कर रहे हैं।

 

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