बेंगलुरु, 09 अगस्त (वार्ता) कर्नाटक के 15 जिले पिछले दो सप्ताह से भयंकर बाढ़ की गिरफ्त में हैं और एक तरफ जहां इन जिलों में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहा है वहीं पिछले दो दोनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कोडागु और हसान जिलों में स्थिति गंभीर बनी हुयी है। बाढ़ जनित घटनाओं में अबतक 23 लोगों की जान गयी है।
इस बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पुत्री अवंतिका सूद उत्तरी कर्नाटक में बांध में फंस गईं। उन्हें स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने बचाया। सुरक्षित स्थान पहुंचने पर उन्होंने स्थानीय नागरिकों और अधिकारियों का धन्यवाद किया।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, भारतीय सेना और कर्नाटक आपदा राहत बल की टीमें राहत अभियान चला रही हैं। उत्तरी कर्नाटक के चार जिले बेलागावी, बागालकोटे, रायचूर और कोप्पल में लोगों को कृष्णा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के हजारों लोगों को राहत शिविर ले जाया गया है जबकि कोडागु, शिवमोगा और करवार जिले में भारी बारिश के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य में भारी बारिश और बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 23 हो गयी है। कर्नाटक के 15 जिलों में पिछले 10 दिनों में जनजीवन ठप पड़ गया है। बाढ़ में फंसे हुए लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।
कोडागु जिले के कोरंगल गांव में भूस्खलन होने से पांच लोगों की मौत हो गयी है। दो लोगों के शव को बाहर निकाल लिया गया है जबकि अन्य तीन की खोज अभी जारी है। बाढ़ प्रभावित इलाका बेलागावी में दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि राहत का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है और विभिन्न राहत एजेंसियां बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
श्री येदियुरप्पा ने बाढ़ के कारण मरने वाले लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री येदियुरप्पा आज सड़क मार्ग से बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे और राहत केंद्र में ठहरे लोगों से मिलकर उनसे बातचीत की।
उन्होंने अधिकारियों के किसी भी हाल में राहत कार्य नहीं रोकने और सभी प्रभावित लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कहा है। राहत कर्मियों ने अभी तक हजारों लोगों को प्रभावित इलाकों से बाहर निकाला है।
राज्य में स्कूल और कॉलेजों में कल तक के लिए छुट्टी की घोषणा की है। चरमाडी घाट और शिराडी घाट में भूस्खलन के कारण गोवा, मुंबई, कारवार और मंगलुरु जाने वाली सड़कें पर आवाजाही ठप हो गयी है। ट्रैक पर पानी जमा होने के कारण रेल सेवा भी बाधित हो गयी है।
कोडागु और उत्तरी कर्नाटक में बारिश के कारण रेड अर्लट जारी किया गया है। पिछले वर्ष भूस्खलन से 20 लोगों की मौत हो गयी थी और सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो गए थे।
शोभित आशा
वार्ता