नयी दिल्ली, 06 जून (वार्ता) आवास तथा शहरी कार्य राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 लीग (एसएस2020) में गंदे पानी की सफाई तथा उसके पुन: उपयोग और मल गाद प्रबंधन से संबंधित मानकों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
श्री पुरी ने यहां एसएस 2020 लीग लाँच करते हुए कहा कि देश में शहरों और नगरों की स्वच्छता का तिमाही मूल्यांकन किया जाएगा। इसे स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 से एकीकृत किया जाएगा। आवास तथा शहरी कार्य मंत्रालय स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 शहरी का पांचवां वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण जनवरी-फरवरी 2020 में स्व्च्छ भारत मिशन-शहरी (एसबीएम-यू) के तहत योजना को क्रियान्वित करेगा। एसएस 2020 लाँच किये जाने के अवसर पर आवास तथा शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, संयुक्त सचिव तथा एसबीएम-यू के मिशन निदेशक वी.के. जिंदल और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
तिमाही मूल्यांकन व्यवस्था की आवश्यकता की चर्चा करते हुए श्री पुरी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण को नया डिजाइन दिया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सकें कि प्रक्रिया मजबूत हो लेकिन समान रूप से यह चिंता व्यक्त की जाती है कि शहर सर्वेक्षण से पहले अपनी साफ-सफाई करते हैं और बाद में साफ-सफाई में कमी आ जाती है। इसलिए हम निरंतर सर्वेक्षण-एसएस 2020 लीग लांच कर रहे हैं, जिसमें स्वच्छता का मूल्यांकन पूरे वर्ष होगा। यह मूल्यांकन ठीक उस तरह होगा, जिस तरह स्कूलों और कॉलेजों में निरंतर मूल्यांकन किया जाता है। इस मूल्यांकन को जनवरी 2020 में होने वाले व्यापक वार्षिक सर्वेक्षण में फीड किया जाएगा। एसएस लीग 2020 लागू करने का उद्देश्य शहरों के धरातल पर कार्य प्रदर्शन और सेवा स्तरीय कार्य प्रदर्शन की निरंतर निगरानी है।
मूल्यांकन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि एसएस लीग 2020 तीन तिमाहियों यानी अप्रैल-जून, जुलाई-सितम्बर, अक्टूबर-दिसम्बर, 2019 में किया जाएगा। प्रत्येक तिमाही का भारांक 2000 होगा, जिसका मूल्यांकन एसबीएम-यू ऑनलाइन एमएएस के मासिक नवीनतम जानकारी पर तथा 12 सेवा स्तर प्रगति सूचकों के नागरिक सत्यापन के आधार पर किया जाएगा। एक साथ दोनों मानक शहरों की तिमाही रैंकिंग का निर्धारण करेंगे। दो श्रेणियों में रैंक दिये जाएंगे।