नयी दिल्ली, 10 जुलाई (वार्ता) खाद्य सुरक्षा विभाग ने दिल्ली की तिहाड़ जेल परिसर में खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षक तैनात करना अनिवार्य कर दिया है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के आदेश के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा विभाग ने मई और जून में 950 कैदियों को प्रशिक्षित किया है।
इन कैदियों को जेल परिसर में ‘खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षक’ प्रमाणित किया गया है और दिल्ली के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने उन्हें प्रमाणपत्र प्रदान किये।
यूनाइटेड न्यूज आफ इंडिया (यूएनआई) के निदेशक मंडल के अध्यक्ष विश्वास त्रिपाठी, जेल महानिदेशक अजय कश्यप, खाद्य सुरक्षा आयुक्त एल आर गर्ग तथा खाद्य सुरक्षा और दिल्ली जेल विभाग के अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहे। श्री जैन ने इस अवसर पर कहा, “ दिल्ली सरकार ने अपने मिशन ‘सेहतमंद दिल्ली’ के माध्यम से खाद्य सुरक्षा मानकों को सुधारने के लिए कई पहल की हैं। जेल परिसर में बड़े पैमाने पर खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम शुरू करने वाली दिल्ली सरकार देश की पहली सरकार है जिस पर हमें गर्व है।”
श्री कश्यप ने इस मौके पर कहा कि कैदी समय-समय पर रिहा होते रहते हैं जिसके मद्देनजर हमें अन्य कैदियों के लिए ऐसे ‘रिफ्रेशर कोर्स’ थोड़े-थोड़े अंतराल पर करते रहना जरूरी है।
इस मौके के जेल परिसर में खाद्य सुरक्षा परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित करना भी प्रस्तावित किया गया जिससे बड़े पैमाने उपभोग किये जाने वाले खाद्य पदार्थों की पहले ही जांच की जा सके।
गौरतलब है कि तिहाड़ जेल परिसर में करीब 40 हजार लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता है जिसके लिए वहां 32 रसोईघर और दो उत्पादन इकाइयां हैं।
इन्द्रप्रस्थ अकादमी फाउंडेशन के निदेशक गौरव श्रीवास्तव ने इस अवसर पर बताया कि यह कार्यक्रम उनके कारपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत आयोजित किया गया। इसे तीन चरणों में पूरा किया गया है। पहले चरण में सभी खाद्य परिसरों का अंकेक्षण किया गया, इसके बाद एफएसएसएआई की फाॅस्टैक पहल की गयी और फिर इसके असर का आकलन किया गया।
श्रवण.उप्रेती
वार्ता