राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 15 2020 6:22PM अयोध्या में ओली को सद्बुद्धि देने के लिए महायज्ञ
अयोध्या, 15 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में अयोध्या के सरयू के पावन तट पर स्थित रामादल आश्रम में बुधवार को साधु संतो ने नेपाल के प्रधानमंत्री के0पी0 शर्मा ओली की सद्बुद्धि के लिये महायज्ञ किया।
संतों ने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को तत्काल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से माफी मांगनी चाहिये। सरयू के पावन तट पर स्थित रामादल आश्रम में नेपाली प्रधानमंत्री की सद्बुद्धि के लिये महायज्ञ किया गया, जिसमें वैदिक ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां डालीं।
महायज्ञ रामादल के ट्रस्ट अध्यक्ष पंडित कल्किराम के द्वारा सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि यज्ञशाला में नेपाल के प्रधानमंत्री ओली की सद्बुद्धि के लिये लिखा गया पोस्टर भी चिपकाया गया। पंडित कल्किराम ने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री ओली खुद नेपाली नहीं हैं। भारत और नेपाल का युगों पुराना सांस्कृति संबंध हैं। श्री ओली जैसे लोगों से भारत व नेपाल का संबंध समाप्त होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि नेपाल की 60 प्रतिशत जनता भारत पर निर्भर है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम पूरी दुनिया के हैं। उन्होंने कहा कि पीएम ओली बतायें कि नेपाल के कितने गांव पर चीन ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा कि नेपाल की जनता प्रधानमंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी, वह दिन अब दूर नहीं है। उन्होंने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री को अपने बयानबाजी पर जल्द से जल्द माफी मांगनी चाहिये नहीं तो उसका दुष्परिणाम भुगतने के लिये तैयार रहें।
अयोध्या के संत धर्माचार्यों ने नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली द्वारा भगवान राम के जन्मस्थान को लेकर दिये गये बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनका बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें भगवान राम के बारे में कोई ज्ञान नहीं है।
सं भंडारी
वार्ता