खेलPosted at: Sep 24 2020 7:42PM ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डीन जोंस का दिल का दौरा पड़ने से निधन
मुंबई , 24 सितम्बर (वार्ता) आधुनिक एकदिवसीय क्रिकेट को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डीन मर्विन जोंस का गुरूवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 59 वर्ष के थे। क्रिकेट जगत ने जोंस के निधन पर गहरा शोक जताया है।
जोंस स्टार इंडिया के लिए आईपीएल में मुम्बई स्टूडियो से कमेंट्री करने भारत आये थे। वह बुधवार के मैच के कमेंट्री पैनल का हिस्सा थे। उन्होंने आज सुबह ब्रेकफ़ास्ट लिया, अपने सहयोगियों के साथ मैच से पहले की ब्रीफिंग में शामिल हुए और फिर अपने कमरे में लौट आये। समझा जाता है कि दोपहर में उन्हें अपने कमरे में दिल का दौरा पड़ा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष अर्ल एडिंग्स ने जोंस के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह इस खेल के लीजेंड के तौर पर हमेशा याद किये जाएंगे।
स्टार इंडिया ने जोंस के निधन की पुष्टि करते हुए बयान जारी कर कहा, “जोंस का दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया। हम उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और इस कठिन समय में उनका समर्थन करते हैं।” जोंस स्टार इंडिया के लिए कमेंट्री करने मुंबई आये थे जहां एक होटल में जैव सुरक्षित वातावरण में स्टूडियो बनाकर आईपीएल की कमेंट्री की जा रही है।
स्टार इंडिया ने कहा, “जोंस का दक्षिण एशिया में क्रिकेट विकसित करने में अहम योगदान है। वह युवा क्रिकेटरों को मौका देने के लिए हमेशा तैयार रहते थे। जोंस एक चैंपियन कमेंटेटर थे जिनकी कमेंट्री से करोड़ो प्रशंसक खुश हो जाते थे। विश्वभर में उनके करोड़ों प्रशंसक और स्टार परिवार उन्हें हमेशा याद करेगा।”
जोंस ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट और 164 वनडे खेले थे। वह अपने समय में वनडे में सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाते थे। मेलबोर्न में 24 मार्च 1961 को जन्मे जोंस 52 टेस्टों में 46.55 के औसत से 3631 रन बनाए जिसमें 11 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 164 वनडे मुकाबलों में 44.61 के औसत से 6068 रन बनाए। वनडे में उनके नाम सात शतक और 46 अर्धशतक हैं। प्रथम श्रेणी के 245 मैचों में उन्होंने 19188 रन बनाए जिसमें 55 शतक और 88 अर्धशतक शामिल हैं।
जोंस ने 30 जनवरी 1984 को एडिलेड में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे में पदार्पण किया था जबकि उन्होंने इसी साल 16 मार्च को पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उनका अंतरराष्ट्रीय टेस्ट करियर करीब आठ साल का रहा और उन्होंने आखिरी टेस्ट श्रीलंका के खिलाफ सितंबर 1992 में खेला। जोंस ने आखिरी वनडे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह अप्रैल 1994 को खेला था। उन्होंने 1997-98 में सभी तरह की क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उसके बाद वह कोचिंग और क्रिकेट कमेंट्री से जुड़े थे।
जोंस ने भारत के खिलाफ चेन्नई में उमस भरी तेज गर्मी में दोहरा शतक (210) लगाया था। यह ऐतिहासिक टेस्ट टाई रहा था। इसके अलावा वह 1987 में एलेन बॉर्डर के नेतृत्व में पहली बार विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह कमेंट्री करने लगे थे। 2006 में उनका अनुबंध उस वक्त समाप्त किया गया जब वह दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर हाशिम अमला को आतंकवादी कहते सुने गए थे। हालांकि वह बाद में पाकिस्तान सुपर लीग में इस्लामाबाद यूनाइटेड के कोच बने और उनके नेतृत्व में इस्लामाबाद ने दो बार खिताब जीता।
घरेलू क्रिकेट में विक्टोरिया की तरफ से खेलने वाले जोंस ने मेलबोर्न मैदान में साउथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 324 रन की जबरदस्त पारी खेली थी जो उनके करियर का सर्वाधिक स्कोर रहा। वह काउंटी में डर्बीशायर की तरफ से भी खेले थे। वह 2017 में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय टीम के भी अंतरिम मुख्य कोच रहे थे।
राज
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