राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Mar 24 2019 2:18PM पूर्व विधायक अंबिका प्रसाद का निधन
भागलपुर, 24 मार्च (वार्ता) बिहार में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा) के स्तंभ माने जाने वाले और छह बार विधायक रहे अंबिका प्रसाद का कल देर रात भागलपुर जिले के कहलगांव प्रखंड के बरोहिया गांव स्थित पैतृक घर पर निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे।
श्री अंबिका प्रसाद काफी समय से बीमार चल रहे थे। वह अपने पीछे पत्नी तथा चार पुत्र एव एक पुत्री को छोड़ गये। श्री प्रसाद ने वर्ष 1957 से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करते हुए पीरपैती विधानसभा क्षेत्र से भाकपा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और विधायक बने थे। इसके बाद वह लगातार1980 तक पार्टी के विधायक रहे। हालांकि इसके बाद वह दो बार चुनाव हार गए थे और पुन: 1990 से 2000 तक दो बार पाटी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे।
श्री प्रसाद ने अपने राजनीतिक सफर में पीरपैती क्षेत्र से छह बार प्रतिनिधित्व करते हुए समर्पित पार्टी नेता के रुप में अपने क्षेत्र के अलावे भागलपुर जिले के गरीबों एवं असहायों को हक दिलाने और उनके सुख-दुख का भागीदार बनने का काम किया। एक किसान परिवार में जन्में श्री प्रसाद ने भागलपुर में एम.ए. और एलएलबी की पढा़ई की थी।उनके सहपाठी रहे प्रो. शारदा प्रसाद साह ने उन्हें छात्रजीवन से ही गरीबों का हमदर्दी एवं सच्चा साथी बतलाया है।
इस बीच कांग्रेस विधायक दल के नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सिंह ने उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि वे एक काफी अनुभवी, जमीनी एव गरीबों के नेता थे।उनकी सादगी एवं अच्छाईयों को भुलाया नहीं जा सकता है। राजनीतिक क्षेत्र में श्री प्रसाद से व्यक्तिगत संबंध रहा है और उनके निधन से काफी क्षति हुई है।
भागलपुर क्षेत्र के सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल, पीरपैती क्षेत्र के राजद विधायक रामविलास पासवान ,अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य डा. शंभुदयाल खेतान ने भी श्री प्रसाद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।