पीलीभीत 19 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बनवसा बैराज से लगातार पांच घंटे में साढ़े चार लाख क्यूसिक पानी रिलीज होने से शारदा नदी उफान पर आ गई है।
पहाड़ों पर हो रही लगातार वर्षा के कारण ये विषम परिस्थिति उत्पन्न हो रही है। देर रात तक बैराज से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी रहा। बाढ़ खंड और प्रशासनिक अफसर अलर्ट पर हैं। इधर नदी के उफान से ग्रामीणों में भी चिंता पैदा हो गई हैं।
जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तब ने पत्रकारों को बताया कि बाढ़ को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां प्रशासन ने पूरी कर ली गयी है। ग्रामीणों को कोई नुकसान और दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए संबधित अधिकारियों कर्मचारियों को सर्तकता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
रविवार दोपहर 12 बजे बनवसा बैराज से शारदा नदी में 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके बाद दोपहर दो बजे एक लाख 24 हजार क्यूसेक,दोपहर तीन बजे एक लाख 30 हजार क्यूसेक,शाम चार बजे एक लाख 41 हजार क्यूसेक,शाम पांच बजे एक लाख 26 हजार क्यूसेक पानी रिलीज किया गया। शारदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ का पानी से खेत खलिहान भरने लगे हैं । नौकाघाट का संचालन बंद कर दिया गया है। रास्तों के ऊपर पर पानी बहने से आवागमन प्रभावित हो गया है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर से बाढ़ की आशंका बनी हुई है। पहाड़ों पर हो रही बारिश ने स्थिति बिगाड़ दी है।
उत्तराखंड के बनबसा बैराज से शारदा नदी में कई चरणों में पानी रिलीज होने से रविवार को शारदा नदी के जलस्तर में वृद्धि हो गई। देर शाम बाढ़ का पानी नहरोसा, राणाप्रतापनगर, श्रीनगर, आजादनगर, अशोकनगर, सिद्धनगर आदि निचले भागों के खेत खलिहान भरने लगा है। शारदा के जलस्तर में वृद्धि के चलते इलाके के धनारा घाट, कबीरगंज और राहुलनगर से नौकाघाट का संचालन पिछले कई दिनों से बंद कर दिया गया है। जरूरतमंद लोग कोर्ट कचहरी और तहसील आवागमन के लिए पलिया, मैलानी खुटार होकर जा रहे हैं ।
उधर बाढ़ का पानी इलाके के राणाप्रतापनगर- नहरोसा के मध्य में मार्ग के ऊपर बहने लगा है। माना जा रहा है कि यह पानी दर रात तक शारदा नदी की ओर अपना रूख करेगा।
सं प्रदीप
वार्ता