राज्य » राजस्थानPosted at: Sep 25 2020 3:47PM रामपाल जाट सहित चार लोगों ने दिया धरना
जयपुर 25 सितंबर (वार्ता) संसद में पारित कृषि विधेयकों के विरोध में किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट सहित चार लोगों ने आज राजधानी जयपुर में सांकेतिक धरना दिया।
शहीद स्मारक पर पूर्वाह्न ग्यारह से अपराह्न एक बजे तक दिये धरने में श्री जाट के साथ महिला किसान महापंचायत की प्रदेश अध्यक्ष संतोष तथा दो अन्य लोगों ने भाग लिया। इस दौरान इन लोगों ने केन्द्र सरकार को इन विधेयकों को वापस लेने के लिए सद्बुद्धि देने की ईश्वर से प्रार्थना की।
इस अवसर पर श्री जाट ने मीडिया से कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाने तथा केन्द्र सरकार द्वारा एक राष्ट्र एक बाजार के तहत बनाये जा रहे कानूनों की वापसी के लिए किसानों को कमाई छोड़कर लड़ाई की ओर धकलेना देश हित में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को अब भी चेत जाना चाहिए और इन विधेयकों को वापस ले लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार कृषि प्रधान भारत में कृषि और किसान विरोधी नीतियां लाद रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रखने की बढ़ चढ़कर घोषणा कर रहे हैं जबकि उन्हीं का कृषि मंत्रालय न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने से मना कर रहे है। उन्होंने कहा कि आठ अगस्त 2014 को लोकसभा ने इस संबंध में लाये गये निजी विधेयक को विचारार्थ स्वीकार किया था। यह निजी विधेयक किसानों की सुनिश्चित आय एवं मूल्य का अधिकार विधेयक 2012 के प्रारुप के आधार पर लाया गया था। लेकिन छह वर्ष बाद भी केन्द्र सरकार इस पर पहल करने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि किसानों के हित की बात उठाने के लिए किसान आंदोलन कर रहे हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून नहीं बनने तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लागू निषेधाज्ञा तथा कोरोना नियमों की पालना के तहत धरने में चार ही लोग शामिल हुए। इस दौरान मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया।
जोरा
वार्ता